FPI ने पिछले वित्त वर्ष में इक्विटी बाजारों में किया 2,74,034 करोड़ रुपये का निवेश: वित्त मंत्रालय
समीक्षाधीन वित्त वर्ष के दौरान सिर्फ अप्रैल में एफपीआइ ने इक्विटी बाजारों से 6884 करोड़ रुपये और सितंबर में 7783 करोड़ रुपये की निकासी की। वित्त मंत्रालय ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान सरकार ने इकोनॉमी को संभालने के लिए कई आर्थिक पैकेज जारी किए।
नई दिल्ली, पीटीआइ। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआइ) ने कोरोना संकट जैसे चुनौतीपूर्ण दौर में भी भारतीय बाजारों पर भरोसा पूरी तरह बरकरार रखा है। वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि इन निवेशकों ने पिछले वित्त वर्ष (2020-21) के दौरान इक्विटी बाजारों में 2,74,034 करोड़ रुपये का निवेश किया। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूत बुनियाद के प्रति विदेशी निवेशकों के भरोसे का पता चलता है।
समीक्षाधीन वित्त वर्ष के दौरान सिर्फ अप्रैल में एफपीआइ ने इक्विटी बाजारों से 6,884 करोड़ रुपये और सितंबर में 7,783 करोड़ रुपये की निकासी की। अपने बयान में वित्त मंत्रालय ने कहा कि पिछले वित्त वर्ष के दौरान सरकार ने इकोनॉमी को संभालने के लिए एक के बाद एक कई आर्थिक पैकेज जारी किए। इससे इकोनॉमी में उम्मीद से बेहतर रिकवरी दिखी, जिसका फायदा बढ़े विदेशी निवेश के रूप में झलक रहा है।
इसके साथ ही सरकार और विभिन्न नियामक ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में भारत की स्थिति मजबूत करने की दिशा में भी लगातार काम कर रहे हैं। इनमें एफपीआइ के लिए नियमनों के सरलीकरण, निवेश के लिए ऑनलाइन कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म (सीएएफ) की शुरुआत तथा बैंक व डीमैट अकाउंट्स खोलने के लिए पैन नंबर के आवंटन जैसे कदम शामिल हैं।
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन सोमवार को बड़ी गिरावट झेलने वाले घरेलू शेयर बाजारों ने मंगलवार को सधी वापसी की। दिन के कारोबार में बीएसई का 30-शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 42.07 अंक यानी 0.09 फीसद सुधरकर 49,201.39 पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50-शेयरों वाला प्रमुख सूचकांक निफ्टी भी 45.70 अंक यानी 0.31 फीसद मजबूत होकर 14,683.50 पर स्थिर हुआ।
सेंसेक्स पैक में सबसे ज्यादा 4.07 फीसद का उछाल एशियन पेंट्स के शेयरों में दर्ज किया गया। सन फार्मा, एचयूएल, डॉ. रेड्डीज, एचडीएफसी, नेस्ले इंडिया तथा महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर भी हरे निशान पर बंद हुए। हालांकि पावरग्रिड, एक्सिस बैंक, इंडसइंड बैंक, अल्ट्राटेक सीमेंट तथा आइसीआइसीआइ बैंक के शेयरों में 2.29 फीसद तक की गिरावट देखी गई।