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रुपये की गिरावट संभालने को विदेशी उधारी के नियम हुए उदार

आरबीआइ ने अधिसूचना में कहा है कि सरकार से परामर्श करने के बाद विदेशी उधारी नीति के कुछ नियम उदार करने का फैसला किया गया है

By Surbhi JainEdited By: Published: Thu, 20 Sep 2018 10:34 AM (IST)Updated: Thu, 20 Sep 2018 10:34 AM (IST)
रुपये की गिरावट संभालने को विदेशी उधारी के नियम हुए उदार
रुपये की गिरावट संभालने को विदेशी उधारी के नियम हुए उदार

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। भारतीय रिजर्व बैंक ने मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्र की कंपनियों के लिए विदेश से फंड जुटाने के नियम आसान कर दिए हैं। इसके अलावा भारतीय बैंकों को मसाला बांड की मार्केटिंग करने की अनुमति दे दी है। रुपये को संभालने के सरकार के उपायों के अनुरूप आरबीआइ ने ये कदम उठाए हैं।

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आरबीआइ ने अधिसूचना में कहा है कि सरकार से परामर्श करने के बाद विदेशी उधारी नीति के कुछ नियम उदार करने का फैसला किया गया है। इसके अलावा रुपये में जारी होने वाले मसाला बांड के नियम बदले गए हैं। मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों को तीन साल की बजाय एक साल के लिए पांच करोड़ डॉलर तक जुटाने की अनुमति दी गई है।

गैर जरूरी आयात पर पाबंदी जल्द

इस बीच, वित्त मंत्रालय के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि सरकार जल्दी ही अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये की गिरावट थामने को गैर आवश्यक वस्तुओं के आयात पर पाबंदी लगाने की घोषणा कर सकती है। हालांकि अधिकारी ने पिछले कुछ हफ्तों में रुपये में दस फीसद की गिरावट को अस्थायी हलचल बताया है। यहां पीएचडी चैंबर के एक कार्यक्रम में अधिकारी ने कहा कि डॉलर के मामले में हमेशा उलझन रहती है। पिछले सप्ताह वित्त मंत्री अरुण जेटली ने रुपये को थामने और चालू खाते में घाटा नियंत्रित करने के लिए विदेशी उधारी के नियम आसान करने और गैर जरूरी वस्तुओं के आयात पर पाबंदी लगाने की घोषणा की थी। वर्ष 2017-18 में जीडीपी के मुकाबले चालू खाते का घाटा पिछले 0.6 फीसद से बढ़कर 1.9 फीसद हो गया। इस साल यह बढ़कर 2.8 फीसद होने का अनुमान जताया जा रहा है।

तेल कंपनियों को डॉलर सीधे दिला सकती है सरकार

सरकार इस पर विचार कर रही है कि रिजर्व बैंक ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को कच्चा तेल खरीदने के लिए सीधे डॉलर उपलब्ध कराए। सरकारी सूत्रों के अनुसार इन कंपनियों की खुले बाजार से डॉलर की खरीद नहीं होगी तो रुपये में गिरावट थम जाएगी। सूत्रों के अनुसार नितांत जरूरी उपायों के तहत सरकार अप्रवासी भारतीयों के लिए बांड में निवेश करने की अनुमति देने पर भी विचार कर सकती है। इससे डॉलर जुटाए जा सकेंगे। स्टील मंत्रालय ने कुछ स्टील उत्पादों पर आयात शुल्क बढ़ाकर 15 फीसद करने का प्रस्ताव किया है।

रुपये में डेढ़ साल की सबसे बड़ी मजबूती

बुधवार को मुद्रा बाजार में अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में थोड़ी मजबूती दिखाई दी। पैसे के सुधार के साथ रुपया 72.38 पर बंद हुआ। मार्च 2017 के बाद की रुपये में यह सबसे बड़ी मजबूती रही। विदेश में डॉलर कमजोर होने और घरेलू बाजार में बैंकों की ओर से डॉलर की जोरदार बिकवाली के चलते रुपये में सुधार आया। मंगलवार को 72.99 पर बंद होने के बाद रुपया बुधवार को 72.71 के स्तर पर खुला।


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