Zomato ने कारोबार पटरी पर लाने के लिए साझेदार रेस्टोरेंट्स को शून्य कमीशन पर ऑर्डर पहुंचाने की पेशकश की
Zomato ने कहा ‘अपनी पिछली रिपोर्ट में हमने बताया था कि किस तरह कोरोना वायरस महामारी के कारण शुरुआती नुकसान के बाद ऑनलाइन फूड डिलीवरी बिजनेस तेजी से रिकवर कर रहा है। आज हम कोविड -19 से पहले के सकल माल मूल्य (GMV) के मुकाबले 110 फीसद पर हैं।’
नई दिल्ली, पीटीआइ। फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) ने कारोबार को पटरी पर लाने में मदद के लिए अपने साझेदार रेस्टोरेंट्स को शून्य कमीशन पर ऑर्डर पहुंचाने की पेशकश की है। जोमैटो ने बुधवार को यह बात कही। कंपनी ने एक ब्लॉग कहा, 'फूड बिजनेस कोरोना वायरस महामारी के चलते शुरुआती नुकसान के बाद अब गति पकड़ रहा रहा है। हालांकि, वृद्धि एक समान नहीं है।'
कंपनी ने ब्लॉग पोस्ट में कहा, ‘अपनी पिछली रिपोर्ट में हमने बताया था कि किस तरह कोरोना वायरस महामारी के कारण शुरुआती नुकसान के बाद ऑनलाइन फूड डिलीवरी बिजनेस तेजी से रिकवर कर रहा है। आज हम कोविड -19 से पहले के सकल माल मूल्य (GMV) के मुकाबले 110 फीसद पर हैं।’
फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक खाद्य आपूर्ति सुरक्षित है और लोगों को खाद्य पैकेजिंग से ड़रना नहीं चाहिए।
जोमैटो ने ब्लॉग में आगे लिखा, ‘कंपनी ने मार्च में लॉकडाउन की शुरुआत से अब तक 13 करोड़ से अधिक ऑर्डर पहुंचाए हैं और फूड व इसकी पैकिंग के माध्यम से कोविड-19 संक्रमण का कोई भी मामला सामने नहीं आया है।’
कंपनी ने आगे कहा कि मिल रहे संकेत उत्साहजनक हैं, लेकिन यह ग्रोथ एक समान नहीं है और फूड सर्विस इंडस्ट्री अभी भी पूरी तरह पटरी पर नहीं आई है। ब्लॉग पोस्ट के अनुसार, इस सेक्टर को कोविड-19 से पहले के स्तर पर वापस लाने के लिए अभी भी मदद की जरूरत है और इस दिशा में जोमैटो पूरे प्रयास कर रही है।
कंपनी ने ब्लॉग में लिखा, 'अभी भी ऐसे लाखों ग्राहक है, जिन्होंने लॉकडाउन शुरू होने के बाद से ऑर्डर नहीं किया है। हमें विश्वास है कि इनमें से कई अब घर के बने खाने से बोर हो गए होंगे और वे अब सुरक्षित और सहज विकल्प के साथ रेस्टोरेंट का खाना लेना शुरू करेंगे। '