जांच प्रक्रिया के दौरान चंदा कोचर के पद पर बने रहने को लेकर ICICI बैंक के कुछ निदेशकों को एतराज: रिपोर्ट्स
चंदा कोचर का मौजूदा कार्यकाल 31 मार्च 2019 को खत्म होना है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। आईसीआईसीआई बैंक का बोर्ड जिसने दो हफ्ते पहले मुख्य कार्यकारी अधिकारी चंदा कोचर पर पूरा भरोसा जताया था, अब उनके मामले को लेकर दो खेमों में बंट गया है। इन खेमों में मतभेद इस विषय को लेकर है कि क्या विडियोकॉन ग्रुप को दिए गए लोन मामले पर आरोपों की जांच प्रक्रिया के दौरान चंदा कोचर को पद पर बने रहना चाहिए या नहीं। इस मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों के जरिए यह जानकारी सामने आई है।
इन सूत्रों ने नाम न उजागर करने की शर्त (जैसा कि जानकारी निजी है) पर बताया कि कम से कम कुछ निदेशक कोचर के पद पर बने रहने को लेकर सवाल उठा रहे हैं। निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक का बोर्ड जल्द ही इस संबंध में फैसला लेने के लिए बैठक कर सकता है। कोचर का मौजूदा कार्यकाल 31 मार्च 2019 को खत्म होना है।
आईसीआईसीआई के बोर्ड जिसमें 12 सदस्य हैं ने 28 मार्च की फाइलिंग के अनुसार क्रेडिट अप्रूवल प्रक्रिया की समीक्षा की और पाया कि उसे और मजबूत किया जाना है। एमके शर्मा की अध्यक्षता वाले बोर्ड ने कहा कि यहां पर किसी भी तरह का भाई-भतीजावाद, व्यक्तिगत रुचि या फिर निजी स्वार्थ के लिए किसी की तरफदारी जैसा कोई भी सवाल नहीं था। उन्होंने उस वक्त कोचर पर पूरा भरोसा जताया था। आपको बता दें कि बैंक बोर्ड में 6 स्वतंत्र निदेशक भी हैं, जिनमें बैंक चेयरमैन और एलआईसी प्रमुख भी शामिल हैं। लाइफ इंश्योरेंस कॉर्प ऑफ इंडिया बैंक में 9.4 फीसद की हिस्सेदारी रखती है।