ऑनलाइन ही नहीं ऑफलाइन बाजार के लिए भी जरूरी है डिजिटल मार्केटिंगः अजित मोहन
फेसबुक द्वारा हाल में Jio में किए गए निवेश के बारे में मोहन ने कहा कि इस इंवेस्टमेंट का लक्ष्य लाखों किराना दुकानों को उनके प्रोडक्ट कैटलॉग को डिजिटाइज करने में मदद करना है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। Facebook India के वाइस प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अजित मोहन ने गुरुवार को कहा कि कोरोनावायरस महामारी के प्रसार की वजह से यह बात खुलकर सामने आ गयी है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म कितने जरूरी एवं प्रभावी हैं। उन्होंने कहा कि महामारी से दुनियाभर के कारोबारी बुरी तरह प्रभावित हुए हैं लेकिन छोटे व्यापारियों को ऑनलाइन की तरफ बढ़ने से फायदा हुआ है। किराना स्टोर, स्थानीय सेवा प्रदाताओं से लेकर दवा दुकानों एवं स्थानीय कारोबारियों ने महामारी के समय में डिजिटल माध्यम के इस्तेमाल के जरिए लोगों की जरूरतों की पूर्ति की है। इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) के 16वें मार्केटिंग कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए मोहन ने ये बातें कहीं।
मोहन ने कहा कि ऑनलाइन के साथ ऑफलाइन खरीदे जाने वाली श्रेणियों के लिए भी डिजिटल इंफ्लुएंस बहुत महत्वपूर्ण है। निल्सन के अध्ययन के मुताबिक डिजिटल मार्केटिंग किराना स्टोर्स में Mondelez चॉकलेट की ऑफलाइन बिक्री बढ़ाने में काफी प्रभावी साबित हुई है। उन्होंने कहा कि यह शोध कोरोना महामारी से पहले का है जबकि आज के इस समय में डिजिटल मार्केटिंग और बड़े स्तर पर पहुंच गया है।
फेसबुक द्वारा हाल में Jio में किए गए निवेश के बारे में मोहन ने कहा कि इस इंवेस्टमेंट का लक्ष्य लाखों किराना दुकानों को उनके प्रोडक्ट कैटलॉग को डिजिटाइज करने में मदद करना है। साथ ही इसका उद्देश्य किराना दुकानों को व्हाट्सएप के जरिए अपने ग्राहकों से कनेक्ट करने में भी मदद उपलब्ध कराना है।
मोहन ने अपने संबोधन के अंत में कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद दुनिया बदल गई है और नई चीजें सामने आई हैं। ऐसे में मार्केट के जानकार लोगों को फिर से पुराने आइडिया पर काम करने की बजाय नई चीजों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगले कुछ साल में जब इकोनॉमी फिर से अपनी पूर्व की स्थिति में लौट जएगी और तेज वृद्धि शुरू हो जाएगी, तो कोविड से पहले की दुनिया के हिसाब से चलना हमारी गलती होगी। उन्होंने बाजार से जुड़े लोगों से पारंपरिक रास्ते की बजाय वक्त की जरूरत के हिसाब से आगे बढ़ने का आह्वान किया।
इस दो दिवसीय कॉन्क्लेव की शुरुआत सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने की। उन्होंने अपने संबोधन में फेक न्यूज को पेड न्यूज से ज्यादा खतरनाक करार दिया और डिजिटल मीडिया में स्वनियमन यानी सेल्फ रेगुलेशन की जरूरत पर बात की।