FB-Jio Deal: इंटरनेट कॉल सहित इन मुद्दों पर एक-दूसरे का विरोध जारी रखेंगी दोनों कंपनियां
Facebook ने रिलायंस जियो में करीब दस फीसद हिस्सेदारी खरीदने की घोषणा की है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। Reliance Industries की दूरसंचार सेवाओं से जुड़ी अनुषंगी कंपनी Jio और Facebook के बीच भले ही 43,574 करोड़ रुपये का निवेश सौदा हुआ है, इसके बावजूद ये दोनों कंपनियां, इंटरनेट कॉल्स और मैसेजिंग सर्विसेज जैसे मुद्दों पर एक-दूसरे का विरोध जारी रखेंगी। Reliance Jio सहित टेलीकॉम ऑपरेटर्स समान सेवा के लिए समान नियम लागू करने की मांग करती रही हैं। इसका मतलब है कि कॉल और मैसेज सर्विस उपलब्ध कराने वाले मोबाइल एप के लिए भी उन नियमों का अनुपालन अनिवार्य बनाया जाना चाहिए, जिसका पालन मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियां करती हैं।
वहीं, कॉल और मैसेज की सुविधा उपलब्ध कराने वाली कंपनियां इस मांग का विरोध करती रही है। Reliance Jio के स्ट्रेटेजी विभाग के प्रमुख अंशुमान ठाकुर ने इस संबंध में कहा, ''फेसबुक और जियो दोनों स्वतंत्र कंपनियां हैं। हमारा अपना स्वतंत्र विचार होगा। कुछ ऐसे क्षेत्र होंगे जहां हम एक-दूसरे के साथ सहयोग करेंगे और कुछ ऐसे क्षेत्र होंगे जहां हमारे मत एक-दूसरे से भिन्न होंगे और हम एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा करेंगे। बिजनेस को लेकर हमारे विचार में बदलाव नहीं होगा। हम फेसबुक से भी ऐसी उम्मीद नहीं कर रहे हैं। ऐसे में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है और उन पहलुओं पर टिप्पणी करने के लिए वास्तव में कुछ नहीं है।''
Jio Platforms में Facebook द्वारा करीब 10 फीसद की हिस्सेदारी खरीदे जाने के बाद कंपनी के रुख में बदलाव को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में उन्होंने यह बात कही।
Facebook ने भी इसी तरह का विचार प्रकट किया है। कंपनी ने कहा है कि 'समान सेवा समान नियम' के मुद्दे को लेकर दोनों कंपनियों के बीच मतों का अंतर बना रहेगा।
Facebook India के वाइस प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर अजीत मोहन ने कहा, ''हम एक-दूसरे के साथ सहयोग को लेकर बहुत अधिक उत्साहित हैं। मेरे ख्याल में कुछ क्षेत्रों में हम प्रतिस्पर्धा की उम्मीद कर रहे हैं।''