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चालू खरीफ सीजन में बंपर खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान, चावल, चीनी और कपास की रिकार्ड पैदावार: नरेंद्र सिंह तोमर

तिलहनी फसलों में मूंगफली की पैदावार पिछसे साल के 85 लाख टन के मुकाबले 82.5 लाख टन रहने का अनुमान है। जबकि सोयाबीन का उत्पादन 1.29 करोड़ टन के मुकाबले इस बार 1.27 करोड़ टन रहने का अनुमान है।

By NiteshEdited By: Published: Wed, 22 Sep 2021 09:29 AM (IST)Updated: Wed, 22 Sep 2021 09:29 AM (IST)
चालू खरीफ सीजन में बंपर खाद्यान्न उत्पादन का अनुमान, चावल, चीनी और कपास की रिकार्ड पैदावार: नरेंद्र सिंह तोमर
Estimates of bumper food grains production in the current Kharif season

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। चालू मानसून सीजन में चौतरफा अच्छी बरसात होने से खरीफ सीजन में बंपर पैदावार की उम्मीद है। खरीफ सीजन में चावल, चीनी और कपास के रिकार्ड उत्पादन का अनुमान है। चालू खरीफ सीजन की बोआई लगभग समाप्त हो चुकी है, जिसके आधार पर जारी पहले अग्रिम अनुमान के मुताबिक खरीफ सीजन में इस बार कुल 15.1 करोड़ टन खाद्यान्न की पैदावार होगी। खाद्यान्न की यह पैदावार 2020-21 फसल वर्ष के 14.9 करोड़ टन के मुकाबले अधिक है।

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खाद्यान्न की पैदावार का प्रथम अग्रिम अनुमान जारी करते हुए कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर ने कहा कि चालू मानसून सीजन पूरे देश में जून में ही सक्रिय हो चुका था, जिससे खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान की रोपाई समय से चालू हो गई थी। खरीफ सीजन की प्रमुख फसल चावल, मोटे अनाज, मक्का, दलहन, तिलहन, कपास, जूट-मेस्ता और गन्ना होता है। इस बार चावल, कपास और गन्ने के रिकार्ड उत्पादन होगा। तोमर ने बताया कि धान की रोपाई पहले हो जाने से देश के कई हिस्सों में फसल की कटाई भी अक्तूबर के पहले सप्ताह से शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकारी योजनाओं के साथ कृषि वैज्ञानिकों और किसानों की कड़ी मेहनत से बंपर पैदावार की उम्मीद है।

सरकार ने किसानों के हितों के अनुकूल नीतियां बनाई हैं, जिससे किसानों को लाभ मिल रहा है। अग्रिम अनुमान के जारी आंकड़ों के मुताबिक चालू खरीफ सीजन में दलहनी फसलों की पैदावार पिछले साल के 87 लाख टन के मुकाबले 95 लाख टन होगी। खरीफ सीजन की दलहनी फसलों में अरहर प्रमुख होती है, जिसकी पैदावार 44.3 लाख टन होने का अनुमान है। जबकि पिछले साल के खरीफ सीजन में अरह रकी पैदावार 42.8 लाख टन हुई थी। हालांकि इस बार मोटे अनाज वाली फसलों की पैदावार में गिरावट दर्ज की जाएगी। चालू सीजन में इसका बोआई रकबा घट गया है, जिसका सीधा असर इसकी पैदावार पर पड़ेगा।

पिछले साल जहां 3.65 करोड़ टन मोटे अनाज की पैदावार हुई थी, वह इस बार घटकर 3.4 करोड़ टन रहेगी। मोटे अनाज में मक्का का उत्पादन चालू खरीफ सीजन 2021-22 में 2.14 करोड़ टन से घटकर 2.12 करोड़ टन रहने का अनुमान है। तिलहनी फसलों की खेती का रकबा भी पिछले साल के मुकाबले घटा है, जिसका असर उसके उत्पादन पर पड़ सकता है। जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल के इसी सीजन में जहां 2.40 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था वह इस बार घटकर 2.33 करोड़ टन रह सकता है।

तिलहनी फसलों में मूंगफली की पैदावार पिछसे साल के 85 लाख टन के मुकाबले 82.5 लाख टन रहने का अनुमान है। जबकि सोयाबीन का उत्पादन 1.29 करोड़ टन के मुकाबले इस बार 1.27 करोड़ टन रहने का अनुमान है। नगदी फसलों में शुमार गन्ने का उत्पादन रिकार्ड 41.92 करोड़ टन रहेगा, जबकि पिछले साल गन्ने का उत्पादन 39.92 करोड़ टन हुआ था। कपास का उत्पादन पिछले साल के 3.54 करोड़ गांठ (170 किलो प्रति गांठ) के मुकाबले 3.62 करोड़ गांठ होने का अनुमान लगाया गया है।

ताजा अनुमान

दलहनी फसल : 95 लाख टनमोटे अनाज : 3.4 करोड़ टनतिलहनी फसल : 2.33 करोड़ टनगन्ना : 41.92 करोड़ टनकपास : 3.62 करोड़ गांठ


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