डिस्काउंट और फेस्टिव सेल्स ने बढ़ाए डिजिटल ट्रांजेक्शन, तेजी से बढ़ा UPI का इस्तेमाल
अगस्त महीने में डिजिटल ट्रांजेक्शन के आंकड़ों में तेजी दर्ज की गई है
नई दिल्ली (जेएनएन)। देशभर में नोटबंदी लागू होने के बाद से डिजिटल लेनदेन में तेजी दर्ज की गई है। लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल माध्यम से भुगतान कर रहे हैं। अगस्त महीने के अस्थाई पेमेंट वॉल्यूम डेटा में सामने आया है कि अधिकांश भारतीयों ने प्लास्टिक करेंसी या वायर ट्रांस्फर्स का इस्तेमाल किया है। बीते तीन महीनों के दौरान इसमें तेजी देखने को मिली है। अगस्त महीने में 883 मिलियन लेनदेन हुए हैं। जबकि जुलाई में 860 मिलियन और जून में 844 मिलियन ट्रांजेक्शन हुए। यह जानकारी आरबीआई के ओर से जारी किये गये डेटा के अनुसार सामने आई है।
जानकारी के लिए बता दें कि अगस्त का आंकड़ा मार्च के 893 मिलियन ट्रांजेक्शन के आंकड़ें के करीब है। बैंकर्स और पेमेंट एग्जीक्यूटिव्स का मानना है कि अगस्त में अर्ली डिस्काउंट और फेस्टिव सीजन सेल ने डिजिटल पेमेंट्स में काफी अहम भूमिका निभाई है।
डिजिटल पेमेंट में सबसे आगे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) रहा है। आरबीआई और सरकार ने इस माध्यम के इस्तेमाल के लिए काफी बढ़ावा भी दिया है। अगस्त महीने में इसके जरिए 16.6 मिलियन ट्रांजेक्शन किये गये हैं। वहीं, जुलाई महीने में यह आंकड़ा 11.4 मिलियन का रहा था। देश में नोटबंदी के बाद से यूपीआई के इस्तेमाल के महीने दर महीने के आधार पर 45 फीसद की की बढ़ोतरी देखने को मिली है।
यूपीआई के अलावा प्वाइंट ऑफ सेल्स टर्मिनल्स पर कार्ड स्वाइप में भी तेजी दर्ज की गई है। बीते वर्ष नवंबर में ट्रांजेक्शन वॉल्यूम 205 मिलियन थीं, जो कि अगस्त में 243 मिलियन रहा है।