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यहां Gold खरीदने पर मिल रहा है दोहरा फायदा, टैक्स बेनिफिट के साथ दाम भी है कम

Sovereign Gold bond गोल्ड बॉन्ड स्कीम की सीरीज-5 को सरकार ने सब्सक्रिप्शन के लिए खोल दिया है। इस स्कीम में निवेश से ग्राहकों को दोहरा लाभ मिल रहा है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Mon, 07 Oct 2019 12:10 PM (IST)Updated: Tue, 08 Oct 2019 08:42 AM (IST)
यहां Gold खरीदने पर मिल रहा है दोहरा फायदा, टैक्स बेनिफिट के साथ दाम भी है कम
यहां Gold खरीदने पर मिल रहा है दोहरा फायदा, टैक्स बेनिफिट के साथ दाम भी है कम

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। त्योहारी सीजन शुरू हो चुका है, जल्द ही शादियों का मौसम भी आने वाला है। ऐसे में Gold की खरीदारी में भारी उछाल आने की संभावना है। सरकार ने इसी सेंटिमेंट को ध्यान में रखते हुए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold bond) 2019-20 की पांचवीं सीरीज को सब्सक्रिप्शन के लिए खोल दिया है। सरकार ने बॉन्ड की कीमत 3,788 रुपये प्रति दस ग्राम तय की है। Sovereign Gold Bond की इस खेप में 11 अक्टूबर तक निवेश किया जा सकता है। इस स्कीम में निवेश कई लिहाज से फायदेमंद है। आइए विस्तार से जानते हैं कि गोल्ड बॉन्ड में निवेश पर आपको कौन-कौन से फायदे मिलेंगेः

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1. सबसे पहले तो ये कि गोल्ड बॉन्ड सोने की तुलना में काफी सस्ता पड़ता है। दूसरा सरकार ने गोल्ड बॉन्ड के लिए ऑनलाइन अप्लाई करने एवं पेमेंट करने पर प्रतिग्राम 50 रुपये तक की छूट देने की पेशकश की है। इस तरह गोल्ड बॉन्ड की कीमत 3,738 रुपये प्रति ग्राम रह जाएगा।  

2. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पर जीएसटी लागू नहीं होगा। इससे यह स्कीम और सस्ती हो जाती है। उल्लेखनीय है कि बाजार से सोने की खरीद पर तीन फीसद की दर से जीएसटी देना होता है। इसमें किसी तरह का मेकिंग चार्ज भी नहीं देना होता जैसा कि फिजिकल गोल्ड की खरीद पर देना होता है। भारत सरकार की इस स्कीम के तहत आप 24 कैरेट सोने को सब्सक्राइब कर सकते हैं।

3. गोल्ड बॉन्ड को मेच्यूरिटी तक रखने पर उससे प्राप्त धन पर किसी तरह का कैपिटल गेन टैक्स नहीं देना होगा। यह गोल्ड बॉन्ड आठ साल में मेच्योर होगा।

4. गोल्ड ईटीएफ, गोल्ड फंड्स या फिजिकल गोल्ड पर गोल्ड बॉन्ड की तरह टैक्स बेनिफिट नहीं मिलेगा। 

5. गोल्ड बॉन्ड पर सालाना 2.5 फीसद का ब्याज मिलता है और ब्याज से होने वाली आय को सब्सक्राइबर की आय से जोड़ दिया जाता है और इसी हिसाब से टैक्स लिया जाता है। हालांकि, ब्याज से प्राप्त आय पर टीडीएस नहीं लगता है।  

सॉवरेन गोल्ड स्कीम की शुरुआत नवंबर, 2015 में हुई थी। इस स्कीम में कोई व्यक्ति कम-से-कम एक ग्राम और अधिकतम 500 ग्राम तक का निवेश कर सकता है। इस बात की संभावना है कि सरकार 21 अक्टूबर से 25 अक्टूबर के बीच एक और खेप को सब्सक्रिप्शन के लिए खोलेगी।


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