ट्रेड वार में अमेरिका की जीत से चीन परेशान: ट्रंप
ट्रंप ने कहा कि वह वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद कोई फैसला करेंगे
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। व्यापार के मोर्चे पर चीन के साथ चल रही तनातनी पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बने रहने का संकेत दिया है। इस मसले पर चीन से वार्ता के बाद ट्रंप का उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका वापस लौट रहा है। ट्रंप ने कहा कि वह वित्त मंत्री स्टीवन न्यूचिन के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद कोई फैसला करेंगे। प्रतिनिधिमंडल के अन्य सदस्यों में वाणिज्य मंत्री विल्बर रोस, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि रॉबर्ट लिथिजर, आर्थिक नीति पर राष्ट्रपति के सहायक लैरी कुडलो और व्यापार एवं विनिर्माण नीति पर राष्ट्रपति के सहायक पीटर नावेरो शामिल हैं।
ट्रंप ने कहा, ‘हमारा उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल चीन से वापस लौट रहा है। वहां चीनी नेताओं और व्यापार प्रतिनिधियों के साथ उनकी लंबी बैठक हुई है। प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद इस संबंध में कोई फैसला होगा। हालांकि चीन के लिए यह मुश्किल वक्त है, क्योंकि वह ट्रेड वार में अमेरिका की जीत से परेशान है।’
चीन के साथ कारोबार में अमेरिका का व्यापार घाटा करीब 500 अरब डॉलर का है। ट्रंप प्रशासन ने इसमें 200 अरब डॉलर की कटौती की मांग की है। मीडिया रिपोर्टो के मुताबिक, चीन ने इस मांग को खारिज कर दिया है।
चीन में 17 साल बाद चालू खाता घाटे में
चीन को करीब 17 साल बाद पहली बार चालू खाते के घाटे का सामना करना पड़ा है। इस साल पहली तिमाही में चीन का चालू खाता घाटा 28.2 अरब डॉलर रहा। इससे पहले 2001 की दूसरी तिमाही में चीन को चालू खाते के घाटे का सामना करना पड़ा था। उसके बाद से चीन लगातार ट्रेड सरप्लस में चल रहा था। बीती तिमाही में गुड्स ट्रेड सरप्लस 53.4 अरब डॉलर रहा, जबकि सर्विस ट्रेड में 76.2 अरब डॉलर का घाटा हुआ।