वित्त वर्ष 2018-19 में प्रत्यक्ष कर संग्रह 18 फीसद बढ़ा: अरुण जेटली
जेटली ने कहा कि 2017-18 में आयकर रिटर्न बढ़कर 6.84 करोड़ हो गये जबकि पिछले वित्त वर्ष में इनकी संख्या 5.43 करोड़ थी
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि बीते वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान प्रत्यक्ष कर संग्रह 18 फीसद बढ़ गया। इस दौरान 10.02 लाख करोड़ रुपये राजस्व एकत्रित किया गया।
उन्होंने कहा कि नोटबंदी और जीएसटी के चलते औपचारिक अर्थव्यवस्था का विस्तार हुआ और पिछले वित्त वर्ष के दौरान एक करोड़ अतिरिक्त आयकर रिटर्न दाखिल किये गये। जेटली ने ट्वीट करके जानकारी दी, ‘प्रत्यक्ष कर संग्रह 2017-18 के दौरान 10.02 लाख करोड़ रुपये (वित्त वर्ष 2016-17 से 18 फीसद ज्यादा) रहा। आंकड़ों से कर विभाग की कार्यक्षमता पता चलती है। ईमानदार करदाताओं की संख्या भी बढ़ गई। राजस्व के ये ऐतिहासिक आंकड़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों की सफलता का प्रमाण हैं।
जेटली ने कहा कि 2017-18 में आयकर रिटर्न बढ़कर 6.84 करोड़ हो गये जबकि पिछले वित्त वर्ष में इनकी संख्या 5.43 करोड़ थी। इस तरह रिटर्न की संख्या में 26 फीसद की बढ़ोतरी हुई। इनमें से 6.74 करोड़ रिटर्न ई-फाइलिंग से दाखिल किये गये।
रिटर्न फाइलिंग की संख्या बढ़ी: सीबीडीटी के चेयरमैन ने बताया कि इस दौरान करीब 6.84 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए। जबकि बीते वर्ष यह आंकड़ा 5.43 करोड़ रहा है। वहीं करीब 99.5 लाख नए करदाताओं को टैक्स के दायरे में लाया गया है।
मार्च में बढ़ा जीएसटी कलेक्शन: वित्त सचिव हसमुख अढिया ने जानकारी दी है कि मार्च महीने में जीएसटी कलेक्शन 89,264 करोड़ रुपए का रहा है। सीबीईसी के चेयरमैन ने बताया कि अभी तक 17,616 करोड़ के जीएसटी रिफंड दिए जा चुके हैं।