FY18 के लक्ष्य से ज्यादा रहा डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन, मार्च में जीएसटी से आए 89,264 करोड़ रुपए
मार्च महीने में जीएसटी कलेक्शन 89,264 करोड़ रुपए का रहा है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। 31 मार्च को खत्म हुए वित्त वर्ष 2017-18 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन लक्ष्य से ज्यादा रहा है। साथ ही इस दौरान 6.84 लाख इनकम टैक्स रिटर्न फाइल हुए हैं। यह जानकारी आज एक वरिष्ठ अधिकारी ने दी है। वित्त वर्ष 2017-18 के दौरान डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 9.95 लाख करोड़ रुपए का रहा है जो कि 9.8 लाख करोड़ रुपए के संशोधित बजट लक्ष्य को भी पार कर गया है।
रिटर्न फाइलिंग की संख्या बढ़ी: सीबीडीटी के चेयरमैन ने बताया कि इस दौरान करीब 6.84 करोड़ लोगों ने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए। जबकि बीते वर्ष यह आंकड़ा 5.43 करोड़ रहा है। वहीं करीब 99.5 लाख नए करदाताओं को टैक्स के दायरे में लाया गया है।
मार्च में बढ़ा जीएसटी कलेक्शन: वित्त सचिव हसमुख अढिया ने जानकारी दी है कि मार्च महीने में जीएसटी कलेक्शन 89,264 करोड़ रुपए का रहा है। सीबीईसी के चेयरमैन ने बताया कि अभी तक 17,616 करोड़ के जीएसटी रिफंड दिए जा चुके हैं।
ई-वे बिल हुआ लॉन्च, अभी तक सामने नहीं आई कोई खामी
केंद्र सरकार ने आज एक बार फिर से जीएसटी के अंतर्गत ईवे बिल को लॉन्च कर दिया और अभी तक इसमें कोई भी खामी नजर नहीं आई है। जीएसटी काउंसिल के प्रावधानों के तहत अगर कोई व्यक्ति अपने सामान को एक राज्य से दूसरे राज्य में ले जाता है और अगर इस सामान की कीमत 50,000 रुपए से ज्यादा होगी तो ट्रांसपोर्टर्स के लिए ई-वे बिल अनिवार्य होगा। सरकार ने इसे कर चोरी रोकने और राजस्व बढ़ाने के इरादे से लॉन्च किया है। लॉन्चिंग के पहले दिन करीब 2.59 लाख लोगों ने ई-वे बिल को जेनरेट किया और 2.89 लाख लोगों ने आज तीन बजे तक अपना बिल जेनरेट किया था।