वोडाफोन आइडिया के लिए अपफ्रंट AGR बकाया का भुगतान करना होगा मुश्किल: क्रेडिट सुइस
कोर्ट ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण सरकार को पैसे चाहिए। आप जल्द से जल्द पेमेंट के भुगतान के लिए प्लान बनाएं। मामले की अगली सुनवाई जुलाई के तीसरे हफ्ते में होगी।
नई दिल्ली, आइएएनएस। वोडाफोन आइडिया को AGR बकाया में ₹50 अरब से अधिक इंक्रीमेंटल अपफ्रंट ड्यूज का भुगतान करने में मुश्किल आ सकती है। ब्रोकरेज, क्रेडिट सुइस ने अपनी रिपोर्ट में यह बात कही है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ₹69 अरब एजीआर बकाया का भुगतान करने के बाद अनुमान है कि मार्च 2020 तक वोडाफोन आइडिया के पास ₹60 अरब कैश बचा होगा, क्योंकि वित्त वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में कोई वृद्धिशील कैपेक्स नहीं था।
क्रेडिट सुइस ने कहा कि वोडाफोन इंडिया लिमिटेड (VIL) के पास इंक्रीमेंटल डेब्ट फंड तक पहुंच नहीं होने के कारण VIL के लिए ₹50 अरब से अधिक वृद्धिशील बकाया का भुगतान करना मुश्किल होगा। दूसरी ओर पहले से ही 48 फीसद बकाया का भुगतान करने पर वृद्धिशील अग्रिम भुगतान की समस्या नहीं होगी। वहीं, भारती एयरटेल को इंक्रीमेंटल अपफ्रंट पेमेंट में कोई समस्या नहीं होगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि VIL कैश फ्लो की स्थिति FY22 के बाद चुनौतीपूर्ण होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, VIL दो साल के मोरेटोरियम पर वित्तीय वर्ष FY22 तक अपनी नकदी की समस्या का प्रबंधन कर सकता है। इसमें कहा गया है कि कंपनी को 2022 से अलग AGR बकाया देना चुनौतीपूर्ण लग सकता है।
मालूम हो कि भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया लि. जैसी निजी संचार कंपनियों की ओर से एजीआर से संबंधित बकाया राशि के भुगतान को लेकर दाखिल हलफनामों का जवाब देने के लिए दूरसंचार विभाग ने कुछ समय मांगा है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट में चल रही सुनवाई में कोर्ट ने आइडिया और वोडाफोन से बैलेंश सीट दिखाने को कहा है। कोर्ट ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण सरकार को पैसे चाहिए। आप जल्द से जल्द पेमेंट के भुगतान के लिए प्लान बनाएं। मामले की अगली सुनवाई जुलाई के तीसरे हफ्ते में होगी।