Airlines उड़ानों में बीच की सीटों को यथासंभव रखें खाली, दिये जाएं अतिरिक्त सुरक्षा उपकरण: DGCA
DGCA द्वारा एयरलाइंस से सभी यात्रियों को सेफ्टी किट उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है जिसमें थ्री लेयर सर्जिकल मास्क फेस शील्ड और पर्याप्त सैनिटाइजर(पाउच या बोतल) शामिल है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने सोमवार को एयरलाइंस से उड़ानों में बीच की सीटों को यथासंभव खाली रखने के लिए कहा है। महानिदेशालय ने एयरलाइंस को उड़ानों में इस तरह से सीटों को आवंटित करने के लिए कहा है, जिससे जहां तक हो सके, वहां तक बीच की सीटों को खाली रखा जा सके। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने की कोशिशों के मद्देनजर डीजीसीए ने यह निर्देश दिया है।
डीजीसीए ने अपने ऑर्डर में कहा, 'अगर एयरलाइन को यात्रियों की अधिकता के चलते वायुयान में बीच की सीट भी आवंटित करनी पड़ती है, तो एयरलाइन द्वारा यात्री को थ्री लेयर फेस मास्क और फेस शील्ड के अलावा अतिरिक्त सुरक्षा उपकरण जैसे कपड़ा मंत्रालय के मानकों वाला शरीर को कवर करने वाला गाउन भी उपलब्ध करवाना होगा।'
डीजीसीए ने अपने सर्कुलर में आगे कहा, 'यात्री भार और सीट क्षमता अगर अनुमति दे, तो एयरलाइंस को इस तरह से सीटों का आवंटन करना चाहिए, जिससे मिडिल सीट/दो यात्रियों के बीच की सीट को खाली रखा जा सके। हालांकि, एक ही परिवार के लोगों को साथ बैठाया जा सकता है। नागर विमानन महानिदेशालय द्वारा एयरलाइंस को दिये गए निर्देश तीन जून से प्रभावी हो जाएंगे। महानिदेशालय द्वारा एयरलाइंस से सभी यात्रियों को सेफ्टी किट उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है, जिसमें थ्री लेयर सर्जिकल मास्क, फेस शील्ड और पर्याप्त सैनिटाइजर(पाउच या बोतल) शामिल है।'
गौरतलब है कि सरकार ने 25 मई से एक तिहाई उड़ानों के लिए मंजूरी दे दी थी। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय उड़ान सेवा स्थगित रखी गई है। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लागू देशव्यापी लॉकडाउन के तहत हवाई उड़ानों को भी बंद किया गया था। देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 1,91,327 मामले आ चुके हैं। इनमें से 92,027 लोग ठीक हो चुके हैं और 93,876 लोगों में अभी भी कोरोना वायरस सक्रिय है। वहीं, 5,413 लोगों की इस वायरस से दुखद मृत्यु हो चुकी है।