Move to Jagran APP

खुदरा मुद्रास्फीति कम होने के बावजूद विशेषज्ञों का अनुमान RBI हाल फिलहाल में नहीं घटाएगा ब्याज दरें

खुदरा मुद्रास्फीति कम होने के बावजूद rbi की ओर से ब्याज दरों में कटौती की गुंजाइश कम है।

By Praveen DwivediEdited By: Published: Tue, 14 Feb 2017 12:55 AM (IST)Updated: Tue, 14 Feb 2017 09:47 AM (IST)
खुदरा मुद्रास्फीति कम होने के बावजूद विशेषज्ञों का अनुमान RBI हाल फिलहाल में नहीं घटाएगा ब्याज दरें
खुदरा मुद्रास्फीति कम होने के बावजूद विशेषज्ञों का अनुमान RBI हाल फिलहाल में नहीं घटाएगा ब्याज दरें

नई दिल्ली: भारत की वार्षिक उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में 3.17 फीसदी रही है। यह बीते पांच सालों का सबसे निचला स्तर है, खाद्य पदार्थों की कीमतों में आई गिरावट इसकी प्रमुख वजह रही है। सोमवार को सरकार की ओर से जारी किए गए डेटा में यह बात सामने आई है।

loksabha election banner

रायटर की ओर से किए गए सर्वेक्षण में अर्थशास्त्रियों ने दिसंबर महीने की 3.41 फीसद के मुकाबले, पिछले महीने की वार्षिक खुदरा मुद्रास्फीति 3.22 फीसद पर आने के लिए उम्मीद लगाई थी। बीते महीने खाद्य मुद्रास्फीति की दर 0.53 फीसद रही थी, जो कि दिसंबर महीने की 1.37 फीसद के मुकाबले काफी कम है। गौरतलब है कि भारत ने साल 2012 की शुरुआत में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक के आधार पर महंगाई दर को मापना चालू किया था।

फिलिप कैपिटल इंडिया की अर्थशास्त्री अंजलि वर्मा ने बताया, “कोर सीपीआई 5.10 फीसद पर है, जो कि जाहिर तौर पर एक ऊंची दर है। यह आरबीआई की उस दलील को जायज ठहराती है जिसमें उसने कहा था कि कोर इन्फ्लेशन स्टिकी है। इसलिए फिलहाल रेट कट की कोई गुंजाइश नहीं है।” उन्होंने आगे कहा, “आने वाले महीनों में मुद्रास्फीति की दर आरबीआई के अनुमान से काफी कम होने की उम्मीद है।”

कोटेक इंस्टीट्यूशनल इक्विटी के सीनियर इकोनॉमिस्ट सुवोदीप रक्षित ने बताया, “मुझे नहीं लगता कि केंद्रीय बैंक हाल फिलहाल में रेट कट करने जा रहा है।”


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.