रेपो रेट में कटौती न होने से डेट फंड हो सकते हैं आकर्षक, जानें किस फंड के मीडियम टर्म बॉन्ड स्कीम का प्रदर्शन रहा है बेहतर
रेपो रेट में कटौती न होने से डेट फंड एक बार फिर से निवेशकों के लिए पसंदीदा साबित हो सकते हैं। आपके लिए यह जानना जरूरी है कि वैसे कौन से म्युचुअल फंड हैं जिनकी स्कीम ने बेहतर प्रदर्शन किया है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने इस बार रेपो रेट में कोई कटौती नहीं की है। इससे डेट फंड एक बार फिर से निवेशकों के लिए पसंदीदा साबित हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप डेट फंड में निवेश करना चाहते हैं तो आपके लिए यह जानना जरूरी है कि वैसे कौन से म्युचुअल फंड हैं, जिनकी स्कीम ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इन स्कीम्स ने 11 प्रतिशत से ज्यादा का रिटर्न पांच सालों में दिया है।
आंकड़े बताते हैं कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्युचुअल फंड का मीडियम टर्म बॉन्ड फंड लगातार बेहतर प्रदर्शन करता रहा है। इसने एक साल की अवधि में 11.51 प्रतिशत का जबकि पांच साल में 8.86 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। इसका एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) 5,068 करोड़ रुपये रहा है। जबकि एचडीएफसी मीडियम टर्म बॉन्ड फंड का रिटर्न एक साल में महज 9.97 प्रतिशत और पांच साल में 8.65 प्रतिशत रहा है। इसका एयूएम महज 1,115 करोड़ रुपये रहा है।
इसी तरह आईडीएफसी बॉन्ड फंड मीडियम टर्म ने एक साल में 10.37 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। पांच साल में इसका रिटर्न 8.71 प्रतिशत रहा है। इसका एयूएम 3,461 करोड़ रुपये रहा है। कोटक महिंद्रा मीडियम टर्म बॉन्ड ने एक साल में 8.74 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। पांच साल में 8.45 प्रतिशत का रिटर्न इसका रहा है। इसका एयूएम 1,480 करोड़ रुपये रहा है।
विश्लेषकों के मुताबिक आज के माहौल में अगर कोई तीन से पांच साल तक के समय के लिए निवेश करना चाहता है तो उसके लिए मीडियम टर्म बॉन्ड फंड अच्छा विकल्प साबित हो सकता है। जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है कि यह स्कीम बॉन्ड्स और मनी मार्केट में निवेश करती है। इसके निवेश का मैच्योरिटी समय 3-4 साल का होता है। इस कैटेगरी में प्रदर्शन के आधार पर देखें तो आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मीडियम टर्म बॉन्ड फंड सबसे ऊपर है। साथ ही इस कैटेगरी में इसका एयूएम भी इन चार फंड्स की तुलना में ज्यादा है।
इस फंड का पिछले 15 सालों का ट्रैक रिकॉर्ड है। ब्याज दर के माहौल में यह स्कीम कॉर्पोरेट बॉन्ड्स और सरकारी प्रतिभूतियों (सिक्योरिटीज) में निवेश करती है। यह फंड 50 प्रतिशत निवेश एएए रेटिंग वाले बॉन्ड्स में करता है जबकि बाकी 50 प्रतिशत एए रेटिंग वाले में निवेश करता है।
इस फंड की तुलना में अगर इसकी कैटेगरी का रिटर्न देखें तो इसने एक साल में 5.3 और 5 साल में 7.1 प्रतिशत का रिटर्न दिया है। बाजार की स्थितियों के आधार पर इन फंड्स का अच्छा रिटर्न रहता है। विश्लेषकों के मुताबिक आगे चलकर ब्याज दरों में बदलाव भी आ सकता है। ऐसे मामलों में इस तरह के फंड से ही निवेशकों को बेहतर रिटर्न मिल सकता है।