राहत की दो बड़ी खबरें: अक्टूबर में घटी महंगाई और सितंबर में ग्रोथ ने पकड़ी रफ्तार
सीपीआई महंगाई के आंकड़े सितंबर के मुकाबले अक्टूबर में बेहतर रहे हैं वहीं सितंबर महीने में ग्रोथ के मोर्चे पर भी राहत देखने को मिली है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अक्टूबर महीने में महंगाई के मोर्चे पर थोड़ी राहत मिली है। इस महीने खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) 3.31 फीसद पर रही। सितंबर महीने में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) 3.77 फीसद रही थी। गौरतलब है कि केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने सोमवार को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए हैं।
अक्टूबर महीने के लिए सीपीआई का यह आंकड़ा अर्थशास्त्रियों के 3.67 फीसद के अनुमान से काफी कम हैं और यह भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के मध्यम अवधि के लक्ष्य के दायरे में है।
अक्टूबर में कोर महंगाई दर 6.2 फीसद रही है जबकि इसके 5.8 फीसद रहने का अनुमान लगाया गया था। वहीं ईंधन और बिजली की मंहगाई दर 8.55 फीसद रही जो कि सितंबर में 8.47 फीसद रही थी। मासिक आधार पर अक्टूबर में कपड़ों और जूतों की मंहगाई दर 4.64 फीसद से घटकर 3.25 फीसद रही।
खाने पीने से जुड़ी चीजों की महंगाई दर में आई कमी: मासिक आधार पर अक्टूबर में घरेलू मंहगाई दर 7.07 फीसद से घटकर 6.55 फीसद पर आ गई, जबकि सब्जियों की मंहगाई दर -4.15 फीसद से घटकर -8.06 फीसद रही। वहीं दालों की मंहगाई दर -8.58 फीसद से घटकर -10.28 फीसद पर आ गई।
खुदरा महंगाई का इस साल का अब तक का प्रदर्शन: जनवरी के मुकाबले इस साल लगभग हर महीने खुदरा महंगाई के आंकड़ों ने सुधार दिखाया है। हालांकि इसमें उतार चढ़ाव जारी रहा। इन आंकड़ों के हिसाब से इस साल अक्टूबर महीने में खुदरा महंगाई दर सबसे कम रही है।
सितंबर में ग्रोथ के मोर्चे पर मिली राहत: सितंबर महीने के दौरान ग्रोथ के मोर्चे पर बड़ी राहत देखने को मिली है। सितंबर में आईआईपी ग्रोथ अगस्त के मुकाबले 4.5 फीसद रही। अगस्त में यह 4.3 फीसद रही थी। मासिक आधार पर सितंबर में माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ -0.4 फीसद से बढ़कर 0.2 फीसद, मैन्युफैक्चरिंग की ग्रोथ 4.6 फीसद पर, इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ 7.6 फीसद से बढ़कर 8.2 फीसद और कैपिटल गुड्स की ग्रोथ 5 फीसद से बढ़कर 5.8 फीसद रही। हालांकि सितंबर महीने में इंटरमीडिएट गुड्स की ग्रोथ में गिरावट देखने को मिली है और ये इस महीने 2.4 फीसद से घटकर 1.4 फीसद पर आ गई। लेकिन कंज्यूमर ड्यूरबेल्स की ग्रोथ 5.2 फीसद पर बरकरार रही है।