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कोरोना की दूसरी लहर का इकोनॉमी पर असर कम, Disinvestment लक्ष्य पटरी पर : CEA

मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने कहा है कि लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (LIC) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (BPCL) सहित अन्य कंपनियों का विनिवेश लक्ष्य पटरी पर है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को पाने के लिए जमीनी कार्य किया जा रहा है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Tue, 29 Jun 2021 10:40 AM (IST)Updated: Tue, 29 Jun 2021 10:58 AM (IST)
कोरोना की दूसरी लहर का इकोनॉमी पर असर कम, Disinvestment लक्ष्य पटरी पर : CEA
सरकार ने विनिवेश के माध्यम से चालू वित्त वर्ष में 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।

नई दिल्ली, पीटीआइ। मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने कहा है कि लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड (LIC) और भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (BPCL) सहित अन्य कंपनियों का विनिवेश लक्ष्य पटरी पर है। उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य को पाने के लिए जमीनी कार्य किया जा रहा है। सरकार ने विनिवेश के माध्यम से चालू वित्त वर्ष में 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।

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बहुत सी चीजों पर चल रहा है कामः CEA

मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कोरोना महामारी पर कहा कि दूसरी लहर का असर पहली से कम है। फेडरेशन ऑफ तेलंगाना चेंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में सुब्रमण्यम ने कहा कि पिछले लगातार आठ माह से जीएसटी संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा है, जिससे पता चलता है कि उपभोग बढ़ रहा है। इस वर्ष बहुत सी चीजों पर काम चल रहा है।

इससे पहले अपने संबोधन में सुब्रमण्यम ने कहा कि सरकार द्वारा मुफ्त योजनाओं पर पर खर्च किए जाने वाले प्रत्येक रुपये से इकोनॉमी को सिर्फ 98 पैसे मिलते हैं। लेकिन पूंजीगत खर्च के प्रत्येक रुपये से इकोनॉमी को 4.50 रुपये का योगदान मिलता है।

जानिए विनिवेश पर CEA ने क्या कहा

चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर ने कहा कि 1.75 लाख करोड़ रुपये का एक बड़ा हिस्सा LIC के इनिशियल पब्लिक ऑफर (IPO) से आएगा। इसके साथ ही BPCL का प्राइवेटाइजेशन होना है। इन दोनों से ही विनिवेश (Disinvestment) लक्ष्य का एक बड़ा हिस्सा हासिल हो जाएगा।

उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष (2021-22) में पब्लिक सेक्टर की कंपनियों ओर वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री से 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। इनमें दो पब्लिक सेक्टर बैंकों के साथ एक इंश्योरेंस कंपनी का विनिवेश शामिल है।

CEA ने कहा, ''इस साल को प्राइवेटाइजेशन के लिए याद रखा जाएगा। अभी हमारे पास नौ महीने शेष हैं। मुझे पूरा विश्वास है कि हम 1.75 लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य हासिल कर लेंगे।''


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