Core Sector Output: देश के 8 प्रमुख सेक्टर्स में से 7 में जुलाई में दर्ज की गई नेगेटिव ग्रोथ, सिर्फ उर्वरक क्षेत्र में हुई वृद्धि
Core Sector Output जुलाई महीने में लगातार पांचवें महीने आठ कोर इंडस्ट्रीज के उत्पादन में संकुचन दर्ज किया गया है। PC Pixabay
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए हालात अभी भी नाजुक दौर से गुजरते दिख रहे हैं। पिछले महीने जुलाई में आठ कोर सेक्टर्स के उत्पादन में भारी मंदी दर्ज की गई है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, देश के आठ इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स के उत्पादन में जुलाई महीने में 9.6 फीसद का संकुचन/सिकुड़न दर्ज किया गया है। इस तरह जुलाई महीने में लगातार पांचवें महीने आठ कोर इंडस्ट्रीज के उत्पादन में संकुचन दर्ज किया गया है। जुलाई महीने में सबसे अधिक स्टील, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स और सीमेंट सेक्टर के उत्पादन में संकुचन रहा है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी किये गए आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2019 में आठ कोर सेक्टर्स के उत्पादन में 2.6 फीसद का विस्तार दर्ज किया गया था। आठ कोर सेक्टर्स या इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर्स में उर्वरक, कोयला, क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, स्टील, सीमेंट और विद्युत शामिल है।
मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई महीने में उर्वरक को छोड़कर सभी सात सेक्टर्स- कोयला, क्रूड ऑयल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, स्टील, सीमेंट और विधुत में नेगेटिव ग्रोथ दर्ज की गई है।
जुलाई महीने में स्टील, रिफाइनरी प्रोडक्ट्स, सीमेंट, प्राकृतिक गैस, कोयला, क्रूड ऑयल और विधुत सेक्टर में क्रमश: 16.5 फीसद, 13.9 फीसद, 13.5 फीसद, 10.2 फीसद, 5.7 फीसद, 4.9 फीसद और 2.3 फीसद की गिरावट दर्ज की गई है। दूसरी तरफ जुलाई महीने में उर्वरक सेक्टर के उत्पादन में 6.9 फीसद की ग्रोथ दर्ज की गई है, जबकि जुलाई, 2019 में इस सेक्टर में 1.5 फीसद की ग्रोथ दर्ज की गई थी।
मौजूदा वित्त वर्ष में अप्रैल से जुलाई के बीच आठ कोर सेक्टर के उत्पादन में 20.5 फीसद की गिरावट आई है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में 3.2 फीसद की ग्रोथ दर्ज की गई थी।