भारतीय कंपनियों ने 2019 की चौथी तिमाही में 12 आईपीओ से जुटाए 2,400 करोड़ रुपये
इससे कंपनियों को वृद्धि हासिल करने में मदद मिल सकती है। वहीं विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का निवेश भी बढ़ा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय कंपनियों ने वर्ष 2019 की चौथी तिमाही में 12 आरंभिक सार्वजनिक निर्गमों (आईपीओ) से 34 करोड़ डॉलर यानी 2,400 करोड़ रुपये जुटाए हैं। ईवाई की रिपोर्ट के मुताबिक, आईपीओ की संख्या के हिसाब से घरेलू शेयर बाजारों का दुनियाभर में सातवां स्थान रहा। 'ईवाई इंडिया आईपीओ ट्रेंड्स रिपोर्ट: क्यू4 2019' में बताया गया है कि 2019 में कुल 62 आईपीओ आए। इनमें कुल 2.53 अरब डॉलर यानी 17,899 करोड़ रुपये की राशि जुटायी गयी। यह पिछले साल के मुकाबले राशि के रूप में 62 फीसद और संख्या के स्तर पर 54 फीसद कम है।
रिपोर्ट के अनुसार, उपभोक्ता उत्पाद और खुदरा क्षेत्र चार आईपीओ के साथ सबसे अधिक सक्रिय रहा। इसके बाद बैंकिंग और पूंजी बाजार में तीन और विविधीकृत औद्योगिक श्रेणी में दो आईपीओ को लेकर सक्रियता रही। रिपोर्ट में बताया गया है कि '2019 की चौथी तिमाही में कुल 12 आईपीओ आए।'
ईवाई की रपट के अनुसार 2019 की चौथी तिमाही में मुख्य बाजार में चार आईपीओ आए। इनकी संख्या 2018 की चौथी तिमाही में दो और 2019 की तीसरी तिमाही में छह थी। वहीं लघु एवं मझोले उद्यम (एसएमई) बाजार में 2019 की चौथी तिमाही में आठ आईपीओ आए जिनकी संख्या 2018 की चौथी तिमाही में 32 और 2019 की तीसरी तिमाही में नौ थी।
ईवाई इंडिया ने बताया कि कॉरपोरेट टैक्स दर में कटौती के साथ कारपोरेट आय बेहतर रह सकती है। इसके अलावा सरकार ने वाहन, रियल एस्टेट, दूरसंचार और वित्त सेवा क्षेत्र के लिए प्रोत्साहन पैकेज की घोषणा पहले की है। इससे कंपनियों को वृद्धि हासिल करने में मदद मिल सकती है। वहीं विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) का निवेश भी बढ़ा है।