खुदरा महंगाई 19 महीने के निचले स्तर पर पहुंची, जनवरी में 2.05 फीसद रहा CPI
वर्ष 2019 के पहले ही महीने में आम आदमी को खुदरा महंगाई के मोर्चे पर बड़ी राहत मिली है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वर्ष 2019 के पहले महीने में ही महंगाई केे मोर्चे पर बड़ी राहत मिली है। जनवरी में खुदरा महंगाई दर घटकर 2.05 फीसद के स्तर पर आ गई है। यह खुदरा महंगाई के बीते 19 महीने का निचला स्तर है। दिसंबर 2018 में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) कम होकर 2.19 फीसद हो गई थी, जो कि बीते 18 महीनों का न्यूनतम स्तर रहा था। गौरतलब है कि केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) की ओर से मंगलवार को उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित खुदरा महंगाई दर के आंकड़े जारी किए गए हैं।
ग्रामीण क्षेत्र की महंगाई दर मासिक आधार पर घटकर 1.29 फीसद पर आ गई है जो कि पहले 1.65 फीसद रही थी। वहीं शहरी महंगाई दर 2.91 फीसद के साथ अपरिवर्तित रही है। सब्जियों की महंगाई दर (-) 13.32 फीसद रही जबकि मासिक आधार पर यह इससे पहले (-) 16.14 फीसद रही थी। फ्यूल एवं लाइट इन्फ्लेशन जनवरी में 2.20 फीसद रही जबकि इससे पहले यह 4.54 फीसद रही थी। वहीं कपड़ों और फुटवेयर इन्फ्लेशन की दर 2.93 फीसद रही जबकि इससे पहले यह 3.56 फीसद रही थी।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इससे पहले नीतिगत ब्याज दरों में कटौती कर आम आदमी को राहत दी थी। आरबीआई ने अपनी पिछली मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रेपो रेट को 6.50 फीसद से घटाकर 6.25 फीसद कर दिया था। आरबीआई की ओर से उठाए गए इस कदम ने लोन लेने वालों पर ईएमआई के बोझ को कम करने की संभावना को तेज कर दिया था।
बीते वर्ष खुदरा महंगाई का हाल: वर्ष 2018 के आखिरी पांच महीनों में खुदरा महंंगाई दर 4 फीसद से नीचे रही है।वहीं जनवरी महीने में खुदरा महंगाई दर ने 5 फीसद का आंकड़ा पार कर लिया था।
गौरतलब है कि इससे पहले अर्थशास्त्रियों ने जनवरी महीने में खुदरा महंगाई दर के 2.48 फीसद रहने का अनुमान लगाया था,लेकिन यह इस अनुमान से भी काफी कम रहा।