कारोबार का नया अवसर देगा पर्यटन उद्योग का साझा मंच, सेक्टर से जुड़े 30 हजार कारोबारियों के आने की उम्मीद
मध्यप्रदेश के डिप्टी डायरेक्टर टूरिज्म युवराज सिंह ने बताया कि देश के सबसे आकर्षक पर्यटन केंद्रों में से मध्यप्रदेश एक है। यहां पर्यटकों के लिए असीम संभावना है।
ग्रेटर नोएडा, बिजनेस डेस्क। ग्रेटर नोएडा स्थित एक्सपो मार्ट में बुधवार से शुरू हुए साउथ एशियन ट्रैवल एंड टूरिज्म एक्सपो (एसएटीटीई)-2020 में पर्यटन कारोबारियों की जबरदस्त दिलचस्पी देखने को मिली। 10 जनवरी तक चलने वाले इस एक्सपो में 50 से अधिक देश व भारत के विभिन्न राज्यों के प्रदर्शक और प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। यहां आए विभिन्न राज्यों के प्रतिनिधियों ने उम्मीद जताई कि पर्यटन उद्योग के सभी भागीदारों का यह साझा मंच उन्हें कारोबार करने का नया अवसर देगा।
पर्यटकों को आकर्षित करेगा मध्य प्रदेश
प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए मध्य प्रदेश पर्यटन विभाग ने भी नई रणनीति बनाई है। मध्य प्रदेश में अब टूरिस्ट न केवल परंरागत व्यंजनों का स्वाद ले सकेंगे, बल्कि टूरिज्म विभाग राज्य की शानदार संस्कृति, कुदरत और वास्तुकला को भी बखूबी ढंग से परोसेगा। मध्यप्रदेश के डिप्टी डायरेक्टर टूरिज्म युवराज सिंह ने बताया कि देश के सबसे आकर्षक पर्यटन केंद्रों में से मध्यप्रदेश एक है। यहां पर्यटकों के लिए असीम संभावना है। मध्यप्रदेश पर्यटन ने राज्य की संस्कृति, वास्तुकला की विरासत, परंपरा एवं इतिहास को बढ़ावा देने के लिए पहल की है। दावा किया कि इस साल पर्यटन उद्योग के दिग्गजों ने मध्यप्रदेश में काफी दिलचस्पी ली है। पुराने
पंजाब की याद दिलाएगा साड्डा पिंड
पंजाब में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गैर सरकारी संस्था भी आगे आई है। संस्था ने पंजाब में साड्डा ¨पड के नाम से गांव तैयार किया है, जो करीब 12 एकड़ में फैला है। यह पारंपरिक पंजाबी गांव की जीवनशैली दर्शाता है। साड्डा ¨पड के अंदर बड़ी संख्या में दुकानें हैं, जहां पर सैलानी पंजाब की परंपरागत चीजें खरीद सकते है। साड्डा ¨पड मिट्टी के घरों, विशाल आंगनों, कुम्हारों, बुनकरों, लकड़ी की दुकानों और मिट्टी के खिलौने, वाद्ययंत्र और हाथ से शॉल बनाने वाले कारीगरों के माध्यम से 1950 के दशक के पंजाब की पारंपरिक जीवनशैली प्रदर्शित करता गांव है। इसके साथ ही यहां सरसों के साग व मक्के की रोटी का भी आनंद उठा सकते है। प्रदर्शनी में साड्डा ¨पड का प्रचार कर रहे तरुण मागू ने बताया कि बदलते युग में गांवों की सुंदरता दिन प्रतिदिन क्षीण हो रही है। पंजाब की सदियों पुरानी संस्कृति की झलक के साथ साड्डा ¨पड देहाती जीवन का अनुभव करने का एक अवसर है।