BSE और NSE पर रुक सकती है गीतांजलि जेम्स समेत 9 कंपनियों में ट्रेडिंग
बीएसई और एनएसई ने कहा है अगर गीतांजलि जेम्स निर्धारित तारीख से पहले अपने जून के तिमाही नतीजें मुहैया करा देती है तो ट्रेडिंग बंद नहीं की जाएगी
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) ने 10 सितंबर से करीब नौ कंपनियों में ट्रेडिंग बंद कर शेयर बाजार से बाहर करने का फैसला किया है। इसमें से एक कंपनी 14000 करोड़ रुपये के पीएनबी फ्रॉड के मुख्य आरोपी मेहुल चौकसी की गीतांजलि जेम्स भी शामिल है। कंपनी पर आरोप है कि गीतांजलि जेम्स ने जून तिमाही के नतीजों की जानकारी उपलब्ध नहीं कराई है।
बीएसई और एनएसई की ओर से कहा गया है कि अगर गीतांजलि जेम्स निर्धारित तारीख से पहले अपने जून के तिमाही नतीजें मुहैया करा देती है तो ट्रेडिंग बंद नहीं की जाएगी। बीएसई के लिए 4 सितंबर और एनएसई के लिए 5 सितंबर की तारीख निर्धारित की गई है।
दोनों एक्सचेंज ने गीतांजलि जेम्स के साथ साथ एमटेक ऑटो, ईसन रेरोल और पैनोरामिक यूनिवर्सल के शेयर को सस्पेंड किया है। वहीं, बीएसई ने थाम्बी मॉड्रन स्पिनिंग मिल्स, इंडो पैसिफिक प्रोजेक्ट्स, हरियाणा फाइनेंशियल कॉरपोरेशन, नोबल पॉलिमर्स और समृद्धि रियल्टी को सस्पेंड किया है।
इन कंपनियों में 10 सितंबर, 2018 से ट्रेडिंग सस्पेंड की जाएगी। ऐसा इसलिए क्योंकि लिस्टिंग ऑब्लिगेशन्स एंड डिस्क्लोजर रिक्वायरमेंट (एनओडीआर) के रेगुलेशन 33 के तहत कंपनियों को अपने वित्तीय नतीजे जमा कराने होते हैं। ये सभी नौ कंपनियां अपने तिमाही नतीजें जमा कराने में असमर्थ रही हैं।