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बीओआइ को एनपीए वसूली की आशा, बैंक प्रदर्शन में सुधार की भी उम्मीद

वित्त मंत्रलय के मुख्य आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने सरकार द्वारा नए इन्सॉल्वेंसी एंड बैंक्रप्सी कोड (आइबीसी) को वर्ष 1991 के आर्थिक सुधारों की शुरुआत जितना महत्वपूर्ण माना है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Sun, 20 May 2018 11:11 AM (IST)Updated: Sun, 20 May 2018 11:15 AM (IST)
बीओआइ को एनपीए वसूली की आशा, बैंक प्रदर्शन में सुधार की भी उम्मीद
बीओआइ को एनपीए वसूली की आशा, बैंक प्रदर्शन में सुधार की भी उम्मीद

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। टाटा स्टील के हाथों भूषण स्टील के अधिग्रहण के सौदे से सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया (बीओआइ) का करीब 1993 करोड़ रुपये का एनपीए वसूल होगा। बैंक के एमडी और सीईओ डी. मोहपात्र ने शनिवार को यह बात कही। भूषण स्टील-टाटा का सौदा शुक्रवार को पूरा हुआ। इन्सॉल्वेंसी एंड बैंक्रप्सी कोड (आइबीसी) के तहत अंजाम तक पहुंचने वाला यह पहला मामला है। इससे बैंकों के फंसे कर्जो यानी एनपीए की वसूली का रास्ता खुलेगा।

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मोहपात्र ने कहा कि इस सौदे से बैंक के प्रदर्शन में सुधार आएगा। चालू वित्त वर्ष में कारोबार में अच्छी वृद्धि का अनुमान है। मोहपात्र ने कहा, ‘सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) को लेकर सकारात्मक संकेतों और एनसीएलटी के मामलों के निपटारे से इस साल कारोबार में आठ से 10 फीसद की वृद्धि की उम्मीद है। हमने मार्च में समाप्त हुई तिमाही में अन्य बैंकों की ओर से जारी स्टैंडबाय लेटर्स ऑफ क्रेडिट (एसबीएलसी) से भी 9,000 करोड़ रुपये की रिकवरी की है। 500 करोड़ रुपये की रिकवरी अभी बाकी है। यह रिकवरी इस महीने हो सकती है।’

मोहपात्र ने कहा कि आइबीसी के तहत होने वाले रिजॉल्यूशन से बैंकिंग सेक्टर को बड़ा लाभ होगा। इससे बड़े पैमाने पर एनपीए की वसूली हो सकेगी। उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक की ओर से जारी 12 बड़े एनपीए खातों की पहली सूची में बीओआइ के कुल 8,300 करोड़ रुपये फंसे हैं। 27 खातों की दूसरी सूची में बैंक के 3,000 करोड़ रुपये फंसे हैं। मोहपात्र के मुताबिक, पंजाब नेशनल बैंक ने नीरव मोदी घोटाले में फंसे 2,500 करोड़ रुपये बीओआइ को लौटा दिए हैं।

लागत कम करने के लिए बीओआइ आने वाले दिनों में अपने एटीएम की संख्या भी कम करने पर विचार कर रहा है। उल्लेखनीय है कि टाटा स्टील की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी बामनीपाल स्टील लिमिटेड (बीएनपीएल) ने भूषण स्टील लिमिटेड (बीएसएल) में 72.65 फीसद नियंत्रक हिस्सेदारी की अधिग्रहण प्रक्रिया पूरी कर ली है। इस सौदे के तहत टाटा स्टील ने भूषण स्टील के कर्मचारियों के बकाए का भुगतान कर दिया है। इसके अलावा कंपनी के कर्जदाताओं को कुल 35,200 करोड़ रुपये का भुगतान दोनों कंपनियों द्वारा समाधान के तहत सहमति दस्तावेज के नियमों के हिसाब से किया जाएगा।

वित्त मंत्रलय के मुख्य आर्थिक सलाहकार संजीव सान्याल ने सरकार द्वारा नए इन्सॉल्वेंसी एंड बैंक्रप्सी कोड (आइबीसी) को वर्ष 1991 के आर्थिक सुधारों की शुरुआत जितना महत्वपूर्ण माना है। उनका कहना है कि इससे बैंकों को फंसे कर्ज की वसूली का रास्ता मिला है।

सज्जन जिंदल ने टाटा समूह को दी बधाई: इस्पात क्षेत्र के दिग्गज कारोबारी सज्जन जिंदल ने दिवालिया भूषण स्टील के सफल अधिग्रहण के लिए टाटा समूह के चेयरमैन एमेरिटस रतन टाटा एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को बधाई दी है। उन्होंने इस बात का भी भरोसा जताया कि टाटा समूह इसे बेहतर ढंग से आगे बढ़ाएगी और विकसित करेगी। जिंदल ने ट्वीट किया, ‘भूषण स्टील के सफल अधिग्रहण के लिए टाटा समूह, रतन टाटा, एन. चंद्रा और टी.वी. नरेंद्रन को बधाई। यह हमेशा उत्साहवर्धक होता है जब अच्छी गुणवत्ता वाली संपत्ति ऐसे हाथों में जाती है जो उसे बेहतर ढंग से सहेज कर आगे और विकसित कर सके।’


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