आपूर्ति क्षेत्र की अगुवाई में ‘ब्लू कॉलर’ नौकरियों में सुधार: रिपोर्ट
नौकरियों से संबंधित सेवाएं देने वाली स्टार्टअप कंपनी वाहन के अनुसार खाद्य एवं किराना डिलिवरी खंड में ‘ब्लू कॉलर’ नौकरियों की मांग कोविड-19 से पहले के स्तर के 100 प्रतिशत पर वापस आ चुकी है। डिलिवरी खंड अब हर महीने ढाई से तीन लाख नौकरियां उत्पन्न कर रहा है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिये लॉकडाउन लगाये जाने के बाद देश में ब्लू कॉलर (शारीरिक श्रम करने वाले कर्मचारी) नौकरियों में गिरावट देखने को मिली थी। हालांकि अब खाद्य एवं किराना सामान समेत आपूर्ति (डिलिवरी) खंड की अगुवाई में इन नौकरियों में तेज सुधार देखने को मिल रहा है। एक रिपोर्ट में यह कहा गया है।
नौकरियों से संबंधित सेवाएं देने वाली स्टार्टअप कंपनी वाहन के अनुसार, खाद्य एवं किराना डिलिवरी खंड में ‘ब्लू कॉलर’ नौकरियों की मांग कोविड-19 से पहले के स्तर के 100 प्रतिशत पर वापस आ चुकी है। डिलिवरी खंड अब हर महीने ढाई से तीन लाख नौकरियां उत्पन्न कर रहा है। कंपनी ने अपने ऐप से जमा किये गये आंकड़ों के आधार पर कहा कि डिलिवरी खंड के अलावा विनिर्माण, सहायक गतिविधियों और बीपीओ क्षेत्र में भी नौकरियों की मांग आ रही है। वाहन के सह-संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी माधव कृष्ण ने इस बारे में कहा, ‘‘लॉकडाउन के दौरान ब्लू कॉलर नौकरियों की मांग में जो गिरावट आयी थी, अब डिलिवरी खंड की अगुवाई में उसमें तेज सुधार देखने को मिल रहा है।’’
कंपनी ने कहा कि मौजूदा समय में 1,200 से अधिक शहरों में 40 लाख से ज्यादा उपयोगकर्ता हैं और पहले से ही पूरे भारत में 70,000 लोगों को रखा गया है। अगले साल के अंत तक एक महीने में 25,000 लोगों को रखने का लक्ष्य है और इस तरह सेगमेंट में यह एक प्रमुख कंपनी बन जाएगा। मौजूदा समय में यह रिटेल, हॉस्पिटैलिटी, हेल्थकेयर, लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग सहित अन्य क्षेत्रों के ग्राहकों के साथ काम कर रहा है। इसके कुछ ग्राहकों में शैडोफैक्स, अमेज़ॅन, ज़ोमैटो और स्विगी शामिल हैं।