Move to Jagran APP

Bloodbath in Indian Stock Market: बाजार खुलते ही निवशकों के 5 लाख करोड़ हुए स्‍वाहा, सेंसेक्‍स में शामिल सिर्फ ये कंपनी फायदे में

Bloodbath in Sensex-Nifty शेयर बाजार में गिरावट मुद्रास्फीति पर दबाव के कारण बनी है। अमेरिकी बाजारों में 2020 के बाद बड़ी बिकवाली हुई है। ब्रेंट क्रूड 1.63 प्रतिशत बढ़कर 110.89 डॉलर प्रति बैरल के स्‍तर पर पहुंच गया।

By Ashish DeepEdited By: Published: Thu, 19 May 2022 11:14 AM (IST)Updated: Thu, 19 May 2022 11:26 AM (IST)
Bloodbath in Indian Stock Market: बाजार खुलते ही निवशकों के 5 लाख करोड़ हुए स्‍वाहा, सेंसेक्‍स में शामिल सिर्फ ये कंपनी फायदे में
सियोल, शंघाई, हांगकांग और टोक्यो में गिरावट के साथ कारोबार। (pti)

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। BSE और NSE में कारोबार की शुरुआत गुरुवार को बेहद खराब रही। BSE सेंसेक्‍स जहां 1155 अंक का गोता लगाकर 53,070 पर कारोबार कर रहा था। वहीं NSE का निफ्टी 50 335 अंक गिरकर 15,904 पर आ गया था। इससे शुरुआती कारोबार में निवेशकों को 5 लाख करोड़ रुपये से ज्‍यादा का नुकसान हुआ। विश्‍लेषकों के मुताबिक घरेलू बेंचमार्क इंडेक्स वैश्विक इक्विटी में कमजोर रुझानों को दर्शाते हैं। 30 शेयरों वाला बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स कमजोर वैश्विक बाजारों, लगातार विदेशी फंड के निकलने और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी को देखते हुए शुरुआती सौदों में काफी गिर गया।

loksabha election banner

Sensex की 5 बड़ी कंपनियों के डूबे शेयर

उनके मुताबिक कमजोर ट्रेंड ने शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में बीएसई-सूचीबद्ध कंपनियों के बाजार पूंजीकरण को 5,02,731.03 करोड़ रुपये से घटाकर 2,50,74,714.78 करोड़ रुपये पर ला दिया। सेंसेक्स की टॉप कंपनियों मसलन टेक महिंद्रा (Tech Mahindra stock price), इंफोसिस (Infosys stock price), विप्रो (Wipro stock price), एचसीएल टेक्नोलॉजीज (HCL tech stock price), इंडसइंड बैंक (IndusInd Bank stock price) और टीसीएस (TCS stock price) के बाजार पूंजीकरण को सबसे ज्‍यादा झटका लगा।

अमेरिका में स्टॉक एक्सचेंज बुधवार को काफी निचले स्तर पर बंद

सिर्फ आईटीसी (ITC stock price) 30 शेयरों वाले पैक में एकमात्र फायदे में नजर आया। उधर, सियोल, शंघाई, हांगकांग और टोक्यो में एशियाई बाजार गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। बता दें कि अमेरिका में स्टॉक एक्सचेंज बुधवार को काफी निचले स्तर पर बंद हुए थे। हेम सिक्योरिटीज के पीएमएस प्रमुख मोहित निगम ने कहा कि मुद्रास्फीति पर दबाव के डर से अमेरिकी बाजारों में जून 2020 के बाद से सबसे खराब बिकवाली देखी गई। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.63 प्रतिशत बढ़कर 110.89 डॉलर प्रति बैरल हो गया है।

स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 1,254.64 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री जारी रखी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.