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बैंकों को 18 महीने बाद क्रेडिट रिकवरी की उम्मीद, ऑटो सेक्टर में जल्द सुधार संभव: रिपोर्ट

अधिकांश बैंकों का मानना है कि उनके कर्ज की रिकवरी 18 महीने बाद हो पाएगी। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है।

By NiteshEdited By: Published: Fri, 21 Aug 2020 04:51 PM (IST)Updated: Fri, 21 Aug 2020 07:03 PM (IST)
बैंकों को 18 महीने बाद क्रेडिट रिकवरी की उम्मीद, ऑटो सेक्टर में जल्द सुधार संभव: रिपोर्ट
बैंकों को 18 महीने बाद क्रेडिट रिकवरी की उम्मीद, ऑटो सेक्टर में जल्द सुधार संभव: रिपोर्ट

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। अधिकांश बैंकों का मानना है कि उनके कर्ज की रिकवरी 18 महीने बाद हो पाएगी। एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज की रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई है। एमके कॉन्फ़्लुएन्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, एग्रो-केम, फ़ार्मा, एफएमसीजी स्टेपल, पेंट्स, स्टील, गैस और ल्युब्रिकेंट सेक्टर की गतिविधि में एक बार फिर तेज आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, यह कोविड-19 से पहले के स्तर पर आ गई है। 

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एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज ने हाल ही में छह दिन की वर्चुअल कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिसमें मार्केट कैप 650 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक का प्रतिनिधित्व करने वाली तकरीबन 100 कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन ने भाग लिया। बैठक में सभी कंपनियों ने सहमति व्यक्त की कि आर्थिक वृद्धि सबसे खराब दौर में है। उधर, बीमा कंपनियां अपनी बचत के लिए और कमजोर कर्ज वृद्धि (क्रेडिट प्रोटेक्ट उत्पादों के लिए) की मांग में समग्र गिरावट से प्रभावित हुई हैं।

स्वस्थ ग्रामीण मांग, नए उत्पाद लॉन्च और निर्यात की मदद से ऑटो सेक्टर में सबसे पहले रिकवरी की संभावना है। आईटी सेवा कंपनियों को भी सुधार की उम्मीद है, लेकिन उन्हें इसका कोई निश्चित समय नजर नहीं आ रहा है। सीमेंट और भवन निर्माण सामग्री कंपनियों के कारोबार में पिछले कुछ महीनों में सुधार देखने को मिला है। कंपनी को आगे भी और ज्यादा सुधार की उम्मीद है। 

बैठक में विभिन्न ऑटोमोबाइल कंपनियों के साथ बातचीत में सुधार पर जोर दिया गया। मजबूत ग्रामीण मांग के चलते महिंद्रा&महिंद्रा, एस्कॉर्ट्स, हीरो मोटोकॉर्प और मारुति सुजुकी स्थिति पहले से बेहतर है। लॉकडाउन के कारण पहली तिमाही में उत्पादन की कमी से घरेलू वायदा कमजोर रहा है, लेकिन दूसरी तिमाही में घरेलू होलसेल विकास काफी बेहतर होने की उम्मीद है।


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