Bank Strike: 5 दिन के बैंकिंग काम-काज पर नहीं बनी बात, दो दिन की हड़ताल पर बैंक यूनियंस
मालूम हो कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) की ओर से हड़ताल बुलाई गई है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बैंक कर्मचारियों के वेतन संशोधन के लिए IBA समिति और यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस के बीच कई दौर की चर्चा बेनतीजा रही है। जिसके बाद बैंक यूनियनों ने 31 जनवरी और 1 फरवरी 2020 को हड़ताल करने का फैसला किया है।
चर्चा के दौरान व्यापार की शर्तों, बैंकों की भुगतान क्षमता और समय-समय पर कर्मचारियों की ओर से विभिन्न प्रकार के लाभ देने की बात को सुना गया। लेकिन, कुछ यूनियन की ओर से अन्य मांगों के लिए दबाव डाले जाने पर बात नहीं बनी। इनमें से एक मांग सप्ताह में 5 दिन काम-काज को लेकर था। बैंक कर्मचारी वेतन में वृद्धि की मांग कर रहे हैं।
मालूम हो कि यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियन्स (UFBU) की ओर से हड़ताल बुलाई गई है। यह ऑल इंडिया बैंक आफिसर्स कान्फेडरेशन (AIBOC), ऑल इंडिया बैंक एम्प्लायज एसोसिएशन (AIBEA) और नेशनल आर्गनाइजेशन ऑफ बैंक वर्कर्स समेत नौ कर्मचारी संगठनों का निकाय है। बैंक कर्मचारियों के वेतन संशोधन का मामला नवंबर 2017 से लंबित है।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) समेत कई बैंकों ने ग्राहकों को बताया दिया है कि 31 जनवरी से दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल से कामकाज कुछ हद तक प्रभावित होगा। अगर प्रस्तावित हड़ताल होती है, तो यह बजट सत्र शुरू होने के साथ होगी। 2020-21 का बजट एक फरवरी को पेश किया जाएगा।