अरुण जेटली ने किया नोटबंदी और सरकार की आर्थिक नीतियों का बचाव
अरुण जेटली ने नोटबंदी के फैसले का बचाव करते हुए यशवंत सिन्हा के बयान पर अपनी चुप्पी तोड़ी है
नई दिल्ली (जेएनएन)। भाजपा के वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा की ओर से की गई आलोचनाओं पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उन्हें 80 वर्ष की उम्र में नौकरी का आवेदनकर्ता बताया और कहा कि वो बतौर वित्त मंत्री अपना रिकॉर्ड भूल चुके हैं साथ ही वो नीतियों के बजाए व्यक्ति पर टिप्पणियां कर रहे हैं।
जेटली ने सिन्हा पर सीनियर कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के साथ मिलकर काम करने का आरोप लगाया और कहा कि दोनों एक दूसरे के लिए इस्तेमाल किए गए कटु शब्दों को भूल चुके हैं। मोदी सरकार की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले का बचाव करते हुए जेटली ने कहा कि नोटबंदी का फैसला यह सुनिश्चित करने के लिए था कि जो अज्ञात निविदाएं बाजार में संचालित होती है उसके असली मालिक की पहचान की जा सके।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद 9 नवंबर 2017 से ही 500 और 1000 रुपए के नोट अमान्य कर दिए गए थे, जो कि उस समय बाजार में प्रचलित कुल नकदी का 86 फीसद हिस्सा था।
उन्होंने आगे कहा, “हमारी सरकार ने लोगों को उनके विदेशी खातों को पाक-साफ करने का मौका दिया था। पिछले साल के आंकड़ों की तुलना में इस बार के प्रत्यक्ष कर आंकड़े 15.7 प्रतिशत अधिक है। इसलिए जो तथाकथित स्लोडाउन जिसे कुछ लोगों की ओर से देखा गया है उन पर इसका कोई असर नहीं हुआ है।” जेटली ने ये बातें एक बुक लॉन्चिंग के मौके पर कही है।