नए बैंक लाइसेंस की दौड़ में अंबानी, बिड़ला व मित्तल
रिलायंस इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला ग्रुप, एयरटेल और फ्यूचर ग्रुप समेत देश के दिग्गज उद्योग घराने पेमेंट बैंक लाइसेंस के लिए दौड़ में शामिल हो गए हैं। जबकि कई फर्मो ने छोटे वित्तीय बैंक बनाने के लिए आवेदन किया है।
नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज, आदित्य बिड़ला ग्रुप, एयरटेल और फ्यूचर ग्रुप समेत देश के दिग्गज उद्योग घराने पेमेंट बैंक लाइसेंस के लिए दौड़ में शामिल हो गए हैं। जबकि कई फर्मो ने छोटे वित्तीय बैंक बनाने के लिए आवेदन किया है।
दोनों ही प्रकार के विशेष बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन करने की मियाद सोमवार को खत्म हो गई। इन आवेदनों पर भारतीय रिजर्व बैंक अंतिम फैसला करेगा। पहले आवेदन के लिए रिजर्व बैंक ने 16 जनवरी अंतिम तारीख मुकर्रर की थी। लेकिन आवेदकों की मांग के बाद में इसे बढ़ाकर दो फरवरी कर दिया गया था।
छोटे वित्तीय बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों में एसकेएस माइक्रोफाइनेंस, यूएई एक्सचेंज इंडिया, दीवान हाउसिंग फाइनेंस और एसई इंवेस्टमेंट्स शामिल हैं। रिजर्व बैंक ने बैंकों की इन दो श्रेणियों की पेशकश वित्तीय समावेश को बढ़ावा देने के साथ बचत की आदत प्रोत्साहित करने की खातिर की थी।
रिलायंस इंडस्ट्रीज ने पेमेंट बैंक के लिए भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) के साथ हाथ मिलाया है। प्रस्तावित बैंक में रिलायंस इंडस्ट्रीज प्रमोटर रहेगी और एसबीआइ संयुक्त उद्यम हिस्सेदार होगा। एसबीआइ की पेमेंट बैंक में हिस्सेदारी 30 फीसद रहेगी। इसी प्रकार भारती एयरटेल ने पेमेंट बैंक लाइसेंस के लिए कोटक महिंद्रा बैंक के साथ गठजोड़ किया है। चर्चा है कि कोटक ने पेमेंट बैंक में 19.90 फीसद हिस्सेदारी ली है।
इसके अतिरिक्त मोबाइल ऑपरेटर आइडिया सेलुलर चलाने वाली आदित्य बिड़ला नूवो (एबीएनएल) और किशोर बियानी प्रवर्तित फ्यूचर ग्रुप ने भी पेमेंट बैंक लाइसेंसों के लिए आवेदन किया है। फ्यूचर समूह देश के 168 शहरों में बिग बाजार और अन्य नामों से रिटेल स्टोर चला रहा है। फ्यूचर समूह ने आइडीएफसी के साथ संयुक्त उद्यम बनाया है। फिनो पेटेक और वकरांजी भी उन फर्मो में शाामिल हैं जिन्होंने पेमेंट बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। सूत्रों की मानें तो प्रमुख टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन ने भी आवेदन किया है।
रिजर्व बैंक ने फिलहाल दोनों श्रेणियों में आवेदनों की सटीक संख्या सार्वजनिक नहीं की है। 2013 में आदित्य बिड़ला ग्रुप और यूएई एक्सचेंज जैसे कुछ आवेदनकर्ताओं ने पूर्ण बैंकिंग लाइसेंस के लिए आवेदन किया था, लेकिन इन्हें पाने में विफल रहे थे। बीते साल आरबीआइ ने आइडीएफसी और बंधन को पूर्ण लाइसेंस गठित करने के लिए लाइसेंस जारी किए थे।