अमेजन खाद्य उत्पादों की ई-रिटेलिंग में करेगी 3350 करोड़ रुपये का निवेश
अमेजन ने भारत में खाद्य उत्पादों की ई-रिटेलिंग के लिए करीब 3350 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया
नई दिल्ली। अमेरिका की दिग्गज रिटेल कंपनी अमेजन ने भारत में खाद्य उत्पादों की ई-रिटेलिंग के लिए 50 करोड़ डॉलर (करीब 3350 करोड़ रुपये) करने का प्रस्ताव किया है। यह जानकारी फूड प्रोसेसिंग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने दी है। गौरतलब है कि खाद्य उत्पादों में प्रोसेस्ड फूड प्रोडक्ट शामिल होते हैं।
हरसिमरत कौर ने बताया कि अमेजन के अलावा ग्रॉफर्स और बिग बास्केट ने भी खाद्य उत्पादों की खुदरा बिक्री शुरू करने के लिए विदेशी निवेश के प्रस्ताव दिये हैं। मेट्रो कैश एंड कैरी ने भी खाद्य उत्पादों के फुटकर कारोबार में दिलचस्पी दिखाई है।
बादल ने बताया कि सरकार ने बीते वर्ष खाद्य उत्पादों के कारोबार में 100 फीसद विदेशी निवेश की अनुमति दी थी। इसके बाद हमें कुछ अच्छे समाचार मिले हैं। अमेजन ने खाद्य उत्पादों की ई-रिटेलिंग में उतरने का फैसला किया है। उसने करीब 3350 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बनाई है।
मंत्री ने कहा कि सरकार की नई विदेशी निवेश नीति काफी आकर्षक है और निवेशकों की खासी दिलचस्पी पैदा हो रही है। अमेजन, ग्रॉफर्स और बिग बास्केट की ओर से संभावित कुल विदेशी निवेश के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह राशि निश्चित ही 3350 करोड़ रुपये से ज्यादा होगी।
आपको बता दें कि सरकार ने बीते वर्ष देश में उत्पादित और खरीदे गये खाद्य उत्पादों की मार्केटिंग में 100 फीसद एफडीआइ की अनुमति दी थी। निवेशकों को इन उत्पादों की बिक्री ई-रिटेल के जरिये करने की भी अनुमति दी गई थी।
मंत्री ने कहा कि देश में ई-रिटेल मार्केट तेजी से विकसित हो रहा है। वर्ष 2020 तक यह कारोबार तीन गुना होने की संभावना है। अखाद्य उत्पादों में एफडीआइ की अनुमति के सवाल पर उन्होंने कहा कि सरकार जल्दी ही इस पर फैसला करेगी। कुछ विदेशी रिटेल कंपनियों ने होम व पर्सनल केयर उत्पादों में विदेशी निवेश की अनुमति मांगी है।