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'कोविड-19 से लड़ाई में सरकार के साथ है अमेजन इंडिया'

अमेजन इंडिया के प्रमुख अमित अग्रवाल ने कहा कि यह संकट हर इंसान के लिए हर उद्योग के लिए और हर देश के लिए पूरी तरह से अप्रत्याशित रहा है।

By Ankit KumarEdited By: Published: Sun, 31 May 2020 10:48 AM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 07:47 AM (IST)
'कोविड-19 से लड़ाई में सरकार के साथ है अमेजन इंडिया'
'कोविड-19 से लड़ाई में सरकार के साथ है अमेजन इंडिया'

नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। कोविड-19 की वजह से जब पूरे देश में लॉकडाउन लागू है तब ई-कॉमर्स में देश की सबसे बड़ी कंपनी अमेजन इंडिया क्या कर रही है? अमेजन इंडिया के प्रमुख अमित अग्रवाल का कहना है कि कोविड-19 काल में देश की इकोनॉमिक गतिविधियों को सामान्य करने में अमेजन अहम भूमिका निभाने को तैयार है। दैनिक जागरण के विशेष संवाददाता जयप्रकाश रंजन के साथ बातचीत में उन्होंने यह भी बताया कि अमेजन इंडिया जरूरत पड़ने पर भारत में नया निवेश करने को भी तैयार है।

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प्रश्न : कोविड-19 की वजह से देश में लागू लॉकडाउन ने ई-कॉमर्स और अमेजन के कारोबार पर किस तरह से असर डाला है?

उत्तर : यह संकट हर इंसान के लिए, हर उद्योग के लिए और हर देश के लिए पूरी तरह से अप्रत्याशित रहा है। जैसे ही कोविड-19 का असर दिखना शुरू हुआ तो हमारी पहली प्राथमिकता यही थी कि किस तरह से समूचे तंत्र को सुरक्षित रखा जाए। अपने सप्लायर्स से लेकर डिलीवरी पर्सन और ग्राहकों की सुरक्षा के लिए हमने सप्लाई चेन में 100 बदलाव किए। लॉकडाउन का जब दूसरा दौर शुरू हुआ उस समय हमें कुछ आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की छूट मिली। लेकिन हमारे लिए क‌र्फ्यू पास हासिल करना और एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में आपूर्ति करना एक बड़ी चुनौती थी। अभी सारे प्रोडक्ट्स की आपूर्ति तो शुरू हो गई है लेकिन अब भी सुरक्षा सबसे बड़ी चिंता है। हमारा पूरा फोकस यही है कि किस तरह से सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए इकोनॉमी की गतिविधियों को भी आगे बढ़ाया जाए। इस उद्देश्य से हमने 50 हजार से ज्यादा अस्थायी नौकरियां देने की योजना बनाई है। यह केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के लिए भी प्राथमिकता बनी हुई है।

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प्रश्न : हालात अभी सामान्य होते नहीं दिख रहे, ऐसे में अमेजन इंडिया की आगे की क्या योजना है?

उत्तर : देखिए सबसे पहले तो यही जरूरी है कि हम सुरक्षित रहें। जीवन की सुरक्षा पहले और इसके बाद दूसरा सबसे ज्यादा जरूरी है लाइवलीहुड यानी आजीविका। हमारी कोर स्ट्रेटजी यही रहेगी कि ग्राहकों को उनकी पसंद का सामान बिल्कुल सुरक्षित उनके घर पर पहुंचाया जाए। वहीं विक्रेता के लिए हमारा फोकस यह रहेगा कि तकनीक का बेहतरीन इस्तेमाल करते हुए मांग के मुताबिक उत्पाद डिलीवरी हो। ई-कॉमर्स का काम पहले से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। यह इकोनॉमी को आगे बढ़ाने के लिए भी जरूरी होगा। मैं समझता हूं कि अमेजन को इसके लिए एक अहम भूमिका निभानी है। उदाहरण के तौर पर हमारे साथ छह लाख से ज्यादा छोटे विक्रेता जुड़े हुए हैं। उन्हें सामान्य दिनों की तरह कारोबार करने की व्यवस्था देना अमेजन का मुख्य लक्ष्य है। इसके लिए हम इन विक्रेताओं से उत्पाद सुरक्षित तरीके से लेकर उसे ग्राहकों तक पहुंचाने की व्यवस्था कर रहे हैं। इसके अलावा हमने इन कारोबारियों को फीस में 50 फीसद की छूट दी है। इन्हें कोविड-19 से प्रभावित होने की स्थिति में बीमा की सुविधा भी दी है। हमने कारोबारियों को रोजाना भुगतान करना भी शुरू कर दिया है ताकि उनके पास वर्किंग कैपिटल बना रहे। भारत के इन छोटे कारोबारियों को वैश्विक मंच पर उत्पाद बेचने के लिए खास तौर पर प्रोत्साहित किया जा रहा है। लोकल शॉप प्रोग्राम भी शुरू किया है ताकि छोटे कारोबारी अपनी नजदीकी आबादी का फायदा उठाएं। इस तरह से देश के छह लाख उद्यमियों के पास कारोबार बढ़ेगा तो पूरी इकोनॉमी को फायदा पहुंचेगा। 

प्रश्न : अमेजन के लोकल शॉप प्रोग्राम का क्या असर दिख रहा है?

उत्तर: असल में अमेजन में पहले से ही यह सुविधा रही है कि स्थानीय कारोबारी हमारे नेटवर्क के जरिये बाहर अपनी बिक्री बढ़ा सकते हैं। लेकिन कोविड-19 के बाद जो हालात बने हैं, उनमें स्थानीय बिक्री पर ज्यादा फोकस दिया जा रहा है। हमें इसका बड़ा असर दिख रहा है। हजारों दुकानदारों ने हमारे साथ रजिस्ट्रेशन किया है। कुछ ही हफ्तों में हजारों हजार छोटी-छोटी दुकानें इससे जुड़ जाएंगी। यह आम जनता की दिक्कतों को भी दूर करेगा और कारोबार के चक्के को भी आगे बढ़ाएगा। हमने इसमें 10 करोड़ रुपये का अलग से निवेश किया है ताकि लोकल शॉप को बेहतर बना सकें। एक अरब डॉलर के निवेश और दस लाख रोजगार के अवसर बनाने का जो एलान किया गया था, यह उससे अलग है। वैसे यह टारगेट 2025 तक के लिए था लेकिन अभी तक हमने छह लाख छोटे कारोबारियों के अलावा 10 लाख महिला उद्यमियों व बुनकरों आदि को अपने नेटवर्क से जोड़ लिया है। अभी तक हम सात लाख से ज्यादा रोजगार पैदा कर चुके हैं। कई करोड़ डॉलर निर्यात में मदद कर रहे हैं। मुझे लगता है कि जो हालात बन रहे हैं, उससे अगले पांच साल में और ज्यादा निवेश करने की भी जरूरत होगी और ज्यादा रोजगार देने में भी हम सफल होंगे। असल में कोविड-19 से जो हालात बने हैं, उससे ज्यादा से ज्यादा लोग ऑनलाइन कारोबार करेंगे और हमें निवेश भी तेज करना होगा।  

प्रश्न : ज्यादा लोगों के ऑनलाइन होने से अमेजन के लिए किस तरह की संभावनाएं बनेंगी?

उत्तर : हमारी कोर स्ट्रेटजी यही है कि ग्राहकों को सबसे ज्यादा विकल्प, सबसे ज्यादा सहूलियत व सबसे ज्यादा वैल्यू मिले और यह अब ज्यादा प्रासंगिक हो गई है। इसके साथ ही हम अपने प्लेटफॉर्म के विक्रेताओं को बड़ा बाजार देने पर फोकस करते हैं जिसकी संभावना अब ज्यादा बढ़ गई है। हमारे दूसरे कारोबार जैसे प्राइम वीडियो ने कंटेट क्रिएटर्स के लिए, लेखकों के लिए किंडल, वेब कंप्यूटिंग ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है। हम सरकार के साथ एक साझेदार के तौर पर काम कर रहे हैं ताकि इकोनॉमी को रिवाइव करने में ज्यादा से ज्यादा मदद कर सकें। वैसे यह रिवाइवल कैसा होगा, मैं इसका अनुमान नहीं लगा सकता लेकिन हम मदद जरूर कर सकते हैं। अमेजन एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

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प्रश्न : कोविड-19 काल में ग्राहकों की मांग में किस तरह का बदलाव आप देख रहे हैं?

उत्तर : अभी इस बारे में कुछ कहना जल्दबाजी होगी। लेकिन घर के सामान, रोजमर्रा के सामान जैसे डिश वाशर्स, बर्तन, वैक्यूम क्लीनर्स, पर्सनल हेल्थ से जुड़े इक्विपमेंट, ग्रूमिंग से जुड़े उत्पादन, ऑनलाइन पढ़ाई से जुड़ी चीजें, एंटरटेनमेंट, बच्चों व बड़ों के घर पर पहनने के कपड़ों की मांग बढ़ेगी। कम से कम शॉर्ट टर्म में इनकी मांग बढ़ रही है। पूरे हालात के नॉर्मल होने तक यह करना होगा। जब तक कोविड-19 का वैक्सिन नहीं आता है तब तक हमें इसी हालात को न्यू नॉर्मल मानकर रहना होगा।


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