एयरसेल के हजारों ग्राहक परेशान, नंबर पोर्टेबिलिटी में दिक्कत
एयरसेल ने विभिन्न सर्किलों में उसकी सेवाएं बाधित होने के लिए टावर कंपनी जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर को जिम्मेदार ठहराया था।
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) के इच्छुक ग्राहकों के लिए यूनिक पोर्टिग कोड (यूपीसी) जनरेट करने के ट्राई के निर्देश के बाद एयरसेल के हजारों ग्राहकों ने दूसरी कंपनियों के मोबाइल कनेक्शन ले लिए हैं। इसके बावजूद अनेक ग्राहकों को अभी भी नंबर पोर्टेबिलिटी में भारी अड़चनों का सामना करना पड़ रहा है। एकाएक हजारों ग्राहकों के आवेदन आने से एयरसेल के नेटवर्क पर भारी दबाव पड़ने से यूपीसी जनरेट करने में दिक्कत आ रही है। ऐसे में एयरसेल ने ट्राई से मदद की गुहार लगाई है।
टावर कंपनी जीटीएल से विवाद तथा वित्तीय संकट के चलते एयरसेल ने दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर, पश्चिम बंगाल और कोलकाता समेत 16 सर्किलों में अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं। इससे परेशान ग्राहकों ने दूरसंचार नियामक ट्राई से शिकायत की थी। जिस पर ट्राई ने एयरसेल को सभी ग्राहकों के अनुरोध स्वीकार करने तथा उन्हें यूनिक पोर्टिग कोड (यूपीसी) जारी करने का आदेश दिया है। इससे पूर्व एयरसेल तथा डिशनेट वायरलेस (एयरसेल समूह) ने 22 फरवरी को स्वयं के गंभीर वित्तीय संकट से जूझने और दिल्ली, पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब, जम्मू एवं कश्मीर व पश्चिम बंगाल व कोलकाता समेत छह सर्किलों में 31 जनवरी, 2018 से अपनी सेवाएं बंद करने की सूचना ट्राई को दी थी। इससे पहले कंपनी गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अपनी सेवाएं बंद कर चुकी थी।
अचानक मोबाइल सेवाएं बंद होने से एयरसेल के प्री-पेड और पोस्ट-पेड दोनों तरह के ग्राहकों के आगे गंभीर संकट खड़ा हो गया था, क्योंकि यूपीसी के बगैर दूसरी कंपनियों के लिए एयरसेल के ग्राहकों को कनेक्शन के साथ नंबर पोर्टेबिलिटी की सुविधा देना संभव नहीं हो पा रहा था।1एयरसेल के ग्राहकों के साथ दूसरी मोबाइल सेवा प्रदाता कंपनियों की शिकायतों को देखते हुए ट्राई ने एयरसेल से सभी आवेदकों के लिए तुरंत यूपीसी जनरेट करने तथा 15 अप्रैल, 2018 तक उसे बनाए रखने को कहा है। इसमें पहले जनरेट किए जा चुके यूपीसी शामिल होंगे।
ट्राई के निर्देश के अनुसार, एयरसेल अपने किसी भी ग्राहक के एमएनपी अनुरोध को खारिज नहीं कर सकेगी। इनमें वे ग्राहक भी शामिल होंगे, जिनका कनेक्शन 90 दिन से कम अवधि का हो। ट्राई ने एयरसेल को 10 मार्च तक अपने सभी ग्राहकों का ब्योरा पेश करने को कहा है। वैसे जनवरी तक एयरसेल के देश भर में आठ करोड़ से ज्यादा ग्राहक थे।
एयरसेल ने विभिन्न सर्किलों में उसकी सेवाएं बाधित होने के लिए टावर कंपनी जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर को जिम्मेदार ठहराया था। दूसरी ओर जीटीएल इंफ्रास्ट्रक्चर ने एयरसेल पर बकाये का भुगतान न करने तथा समय से पहले अनुबंध रद करने का आरोप लगाया था। दोनों कंपनियों के बीच समझौते के कई प्रयास विफल हो चुके हैं।
इससे पहले वोडाफोन तथा आइडिया सेल्युलर ने भी एयरसेल को कई सर्किलों में इंटरकनेक्ट सेवाएं देना बंद कर दिया था। एयरसेल की स्थापना 19 वर्ष पूर्व वी. शंकरन द्वारा की गई थी। जिन्होंने 2005 में एक अरब डॉलर में इसे मैक्सिस को बेच दिया था। स्वयं को दिवालिया घोषित करने वाली यह भारत की पहली टेलीकॉम कंपनी है।