Air India को पिछले वित्त वर्ष में 4600 करोड़ रुपये का नुकसान, अगले साल लाभ की उम्मीद
उन्होंने कहा कि एयरलाइन को जून में समाप्त तिमाही में 175 से 200 करोड़ रुपये का परिचालन नुकसान हुआ। इसकी वजह भारतीय विमानों के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र का बंद होना था।
नई दिल्ली, पीटीआइ। एयर इंडिया को पिछले वित्त वर्ष में लगभग 4,600 करोड़ रुपये का घाटा परिचालन से हुआ है, इसका मुख्य कारण तेल के दाम में तेजी और विदेशी विनिमय दर में बदलाव से नुकसान है। हालांकि, कर्ज के बोझ से दबी एयरलाइन को 2019-20 में परिचालन से लाभ की उम्मीद है। एयरलाइन के वरिष्ठ अधिकारीयों ने इसकी जानकारी दी है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एयरलाइन को 2018-19 में 8,400 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ जबकि कुल आय 26,400 करोड़ रुपये रही। एक अन्य अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया को 2019-20 में 700 से 800 करोड़ रुपये के परिचालन लाभ का अनुमान है। हालांकि, यह तब संभव है जब तेल के दाम में कोई बड़ा उछाल न हो और विदेशी विनिमय दर तेज उतार-चढ़ाव से बचे रहें। उसने कहा कि एयरलाइन को जून में समाप्त तिमाही में 175 से 200 करोड़ रुपये का परिचालन नुकसान हुआ। इसकी वजह भारतीय विमानों के लिए पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र का बंद होना था। इस कारण विमानन कंपनी की लागत बढ़ी और रोजाना 3 से 4 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया की क्षमता का उपयोग बेहतर हुआ है और औसतन प्रति यात्री किराया कमाई सुधारी है। कंपनी फिलहाल 41 अंतरराष्ट्रीय और 72 घरेलू उड़ानों का परिचालन करती है। कंपनी के बड़े आकार वाले विमान फिलहाल मरम्मत आदि के चलते उड़ान नहीं भर रहे और जल्दी ही इनके परिचालन में आने की उम्मीद है। एयर इंडिया 27 सितंबर से टोरोंटो और नवंबर से नैरोबी के लिए उड़ान सेवा शुरू करेगी। कंपनी पर 58,000 करोड़ रुपये का कर्ज है।