बिक्री योजना असफल होने के बाद एयर इंडिया ने सरकार से इक्विटी निवेश को बहाल करने की मांग की
एयरलाइन के सीनियर अधिकारी ने बताया कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया ने पिछले सप्ताह इस बारे में सरकार को पत्र लिखकर पूंजी निवेश फिर शुरू करने का आग्रह किया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। विनिवेश प्रक्रिया के दौरान कोई भी निवेशक न मिलने के बाद एयर इंडिया ने सरकार से मांग की है कि वो नई शेयर पूंजी निवेश की योजना को फिर बहाल करे। गौरतलब है कि कर्ज में डूबी एयर इंडिया को अप्रैल 2012 में पहले ही तात्कालीन संप्रग सरकार की ओर से सहायता पैकेज के रुप में 26,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि दी जा चुकी है।
एयरलाइन के सीनियर अधिकारी ने बताया कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि एयर इंडिया ने पिछले सप्ताह इस बारे में सरकार को पत्र लिखकर पूंजी निवेश फिर शुरू करने का आग्रह किया है। हालांकि अधिकारी ने यह नहीं बताया कि कंपनी ने फिलहाल कितनी रकम की मांग की है।
सरकार ने अप्रैल, 2012 में कंपनी में अगले 10 वर्षो के दौरान 30,231 करोड़ रुपये पूंजी निवेश करने संबंधी प्रस्ताव अनुमोदित किया था। यह मियाद वर्ष 2021 में पूरी हो जाएगी, और सरकार अब तक कंपनी में 26,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का पूंजी निवेश कर चुकी है। परिचालन और अन्य पूंजीगत जरूरतों के लिए कंपनी ने पिछले वर्ष सितंबर में कई बैंकों से 6,250 करोड़ रुपये उधार लिए थे। कंपनी पर वर्तमान में करीब 50,000 करोड़ रुपये कर्ज है।
इस बीच, एयर इंडिया ने जून में नई दिल्ली-लंदन परिचालन के सात दशक पूरे कर लिए हैं। कंपनी की पहली दिल्ली-लंदन फ्लाइट आठ जून को 42 यात्रियों को लेकर नई दिल्ली से चली थी। यह काइरो और जेनेवा के रास्ते तीसरे दिन 10 जून को लंदन पहुंची थी।