FY20 के लिए 15 फीसद की डायरेक्ट कलेक्शन ग्रोथ का लक्ष्य तर्कसंगत: राजस्व सचिव
राजस्व सचिव का कहना है कि हमने अगले वर्ष के लिए डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन की ग्रोथ का तर्कसंंगत लक्ष्य निर्धारित किया है
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। वित्त मंत्रालय ने प्रत्यक्ष कर संग्रह में अगले वर्ष के लिए 13.80 लाख करोड़ रुपये की 15 फीसद की ग्रोथ का "तर्कसंगत लक्ष्य" निर्धारित किया है। जो कि चालू वित्त वर्ष में अनुमानित से 20 फीसद कम है। यह जानकारी राजस्व सचिव अजय भूषण पांडे ने दी है।
वित्त वर्ष 2019-20 के अंतरिम बजट में प्रत्यक्ष करों से 13.80 लाख करोड़ रुपये एकत्र होने का अनुमान लगाया गया है। इसमें कॉरपोरेट टैक्स और पर्सनल इनकम टैक्स भी शामिल है। यह चालू वित्त वर्ष के मुकाबले ज्यादा है। इसमें 15 फीसद की ग्रोथ दिखाई गई है। पांडे ने कहा, "लगातार तीन वर्षों तक अगर आपके राजस्व में अच्छी वृद्धि हुई है, तो कुछ समय में आपको यथार्थवादी अनुमान लगाना होगा। क्योंकि आप इसमें जो भी इजाफा करते हैं वह बहुत अधिक आधार पर होती है।"
वित्त वर्ष 2016-17 में डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन में इजाफा 15 फीसद का, वित्त वर्ष 2017-18 में 18 फीसद का और वित्त वर्ष 2018-19 में 19.76 फीसद का रहा है। वित्त वर्ष 2016-17 में कुल कलेक्शन 8.50 लाख करोड़ और वित्त वर्ष 2017-18 में कुल कलेक्शन 10.02 लाख करोड़ रुपये का रहा है। वहीं चालू वित्त वर्ष (2018-19) के लिए इसके 12 लाख करोड़ रहने का अनुमान लगाया गया है।
उन्होंने कहा कि अगर आप पिछले रिकॉर्ड पर नजर दौड़ाएं तो पाएंगे कि सामान्य जीडीपी ग्रोथ 10 से 11 फीसद के आस पास रही है, जहां हमने 18 फीसद ज्यादा डायरेक्ट टैक्स एकत्रित किया, जबकि इसके पहले 15 फीसद का डायरेक्ट टैक्स एकत्रित हुआ था।