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SBI के इस खाते में नहीं है मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की झंझट, जान लें इससे जुड़ी 10 बातें

आरबीआई के दिशानिर्दशों के मुताबिक कोई भी व्यक्ति बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट खुलवा सकता है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Mon, 13 Aug 2018 07:54 AM (IST)Updated: Tue, 21 Aug 2018 11:01 AM (IST)
SBI के इस खाते में नहीं है मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की झंझट, जान लें इससे जुड़ी 10 बातें
SBI के इस खाते में नहीं है मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की झंझट, जान लें इससे जुड़ी 10 बातें

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अगर आप अपने बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने को लेकर अक्सर परेशान रहते हैं तो यह खबर आपके काम की है। दरअसल सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) का जीरो मिनिमम बैलेंस अकाउंट आपको इसका समाधान देता है।

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एसबीआई के करीब 42 करोड़ बैंक खाताधारकों में से करीब 40 फीसद के पास जीरो बैलेंस मिनिमम अकाउंट है। यानी इन खातों में मिनिमम बैलेंस मेंटेन न करने की सूरत में एसबीआई ग्राहकों से कोई भी पेनाल्टी नहीं वसूलता है। एसबीआई के जीरो बैलेस वाले अकाउंट में बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट (बीएसबीडी) अकाउंट प्रमुख है। इस अकाउंट में ग्राहकों को अपने खाते में मिनिमम बैलेंस मेंटेन नहीं करना पड़ता है।

एसबीआई के कई ऐसे और अकाउंट भी हैं जहां मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की अनिवार्यता लागू नहीं होती है। इसमें प्रधानमंत्री जन धन योजना और पेंशनर/ माइनर/ और सोशल सिक्योरिटी का फायदे लेने वाले खाताधारकों के अकाउंट शामिल हैं।

एसबीआई के बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट के बारे में 10 प्रमुख बातें:

  • एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक जीरो बैलेंस अकाउंट का मतलब वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना है, खासकर के आर्थिक रुप से अक्षम वर्गों के लोगों के बीच और वो भी उन पर किसी शुल्क या फीस का बोझ डाले बिना।
  • इस तरह का खाता एसबीआई की किसी भी शाखा से खुलवाया जा सकता है। एसबीआई अपने ग्राहकों को विकल्प देता है कि वो अपने मौजूदा सेविंग अकाउंट को बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट बैंक अकाउंट में तब्दील करवा सकें और वो भी मुफ्त में।
  • अप्रैल 2018 से एसबीआई ने एवरेज मंथली बैलेंस की अनिवार्यता को 40 फीसद तक कम किया है और ऐसा न करने की सूरत में लगाए जाने वाले शुल्क को भी इंडस्ट्री में सबसे कम किया है।
  • इन खातों में मिनिमम बैलेंस मेंटेन करने की अनिवार्यता लागू नहीं होती है और न ही इनमें जमा की कोई अधिकतम सीमा होती है।
  • एसबीआई के जीरो बैलेंस अकाउंट को कोई भी व्यक्ति अनिवार्य केवाईसी डॉक्यूमेंट के साथ खोल सकता है।
  • एसबीआई की मूल बचत बैंक जमा खातों या बीएसबीडी खातों में अन्य बचत बैंक खातों के जितना ही ब्याज दिया जाता है। एसबीआई सेविंग बैंक अकाउंट में 1 करोड़ से नीचे के बैलेंस पर 3.5 फीसद की दर से ब्याज दिया जाता है।
  • एसबीआई ऐसे खाताधारकों को बेसिक रुपये एटीएम-कम डेबिट कार्ड उपलब्ध करवाता है वो भी बिना किसी शुल्क या सालाना मेंटिनेंस चार्ज लगाए।
  • एसबीआई निष्क्रिय हो चुके बैंक खातों को एक्टिव करवाने के लिए कोई भी शुल्क नहीं वसूलता है।
  • साथ ही इस तरह के खातों को बंद करवाने के लिए भी एसबीआई की ओर से कोई शुल्क नहीं वसूला जाता है।
  • आरबीआई के दिशानिर्दशों के मुताबिक कोई भी व्यक्ति बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट खुलवा सकता है। अगर एसबीआई में आपका पहले से ही कोई खाता चल रहा है तो बेसिक सेविंग बैंक डिपॉजिट अकाउंट खुलवाने के 30 दिनों के भीतर इसे बंद करवाना होता है।
  • एसबीआई की वेबसाइट के मुताबिक इस खाते से महीने में आप अधिकतम चार बार पैसों की निकासी कर सकते हैं, जिसमें एटीएम निकासी (एसबीआई एवं अन्य), आरटीजीएस/एनईएफटी/ब्रांच कैश विदड्रॉल/ट्रांसफर/इंटरनेट बैंकिंग डेबिट/स्टैंडिंग इंस्ट्रक्शन/ईएमआई (EMI) भुगतान भी शामिल है।

यह भी पढ़ें: SBI रीइन्वेस्टमेंट प्लान: ब्याज दर से लेकर समयपूर्व निकासी तक सब जानें


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