Move to Jagran APP

Coronavirus Impact: समय पर EMI चुकाने के मामले में मिल सकती है राहत, RBI बैंकों को दे सकता है अनुमति

RBI बैंकों को अपने ग्राहकों को ईएमआई का भुगतान करने में राहत देने की अनुमति दे सकता है।

By Manish MishraEdited By: Published: Thu, 26 Mar 2020 11:48 AM (IST)Updated: Fri, 27 Mar 2020 07:29 AM (IST)
Coronavirus Impact: समय पर EMI चुकाने के मामले में मिल सकती है राहत, RBI बैंकों को दे सकता है अनुमति
Coronavirus Impact: समय पर EMI चुकाने के मामले में मिल सकती है राहत, RBI बैंकों को दे सकता है अनुमति

नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय रिज़र्व बैंक बैंकों को अपने ग्राहकों को ईएमआई का भुगतान करने में राहत देने की अनुमति दे सकता है। पुरे देश में बुधवार से 21 दिन का संपूर्ण लॉकडाउन लागू है। इस लॉकडाउन में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सारे कामकाज बंद है। औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों के बुरी तरह प्रभावित होने और लोगों के अपने घरों में ही बंद रहने से उन्हें बैंकों को अपनी ईएमआई चुकाने में समस्या हो सकते है। इसे देखते हुए आरबीआई बैंकों को यह अनुमति दे सकता है कि वे अपने ग्राहकों को समय पर ईएमआई चुकाने की बाध्यता में कुछ राहत दें।

loksabha election banner

एक बैंक अधिकारी ने पीटीआइ को बताया, 'इसके लिए मांग की जा रही थी। इस पर रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा कुछ व्यवस्था किये जाने की जरूरत है। आईबीए पहले ही आरबीआई के साथ इस मुद्दे पर चर्चा कर चुका है। इस पर विचार किया जा रहा है।' बैंकर ने कहा कि ईएमआई में देरी का मुद्दा सरकार के ध्यानार्थ है।

गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को बड़ी राहत देते हुए इस साल जून तक किसी भी एटीएम से पैसे निकालने में लगने वाले शुल्क से छूट दी है। साथ ही बैंक खाते में न्यूनतम राशि रखने के नियम से भी इस अवधि के दौरान छूट दी गई है। 

हालांकि, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने कुछ दिन पहले ही खाते में न्यूनतम बैलेंस की बाध्यता को खत्म कर दिया था।

भारत के साथ ही विश्व के कई देशों में लॉकडाउन की स्थिति के चलते कोई गतिविधि नहीं होने से व्यापार के बुरी तरह प्रभावित होने के कारण कई उद्योग प्रतिनिधियों ने पहले से ही सरकार से लोन का भुगतान देरी से करने की इजाजत देने की मांग की हुई है।

वहीं, जो लोग स्वरोजगार करते हैं, या छोटे व्यापार से जुड़े हुए हैं, उनके लिए समस्या और भी विकट है। उन्हें अपनी दुकानों के लिए किराया तो देना ही होता है, साथ ही ऐसे लोगों द्वारा व्यापार, घर, गाड़ी और निजी जरूरतों आदि के लिए लोन भी लिया गया होता है। समय पर लोन चुकाने को लेकर उनकी चिंताएं और भी अधिक हैं। आरबीआई इस संबंध में कोई निर्णय लेता है, तो ऐसे लोगों को काफी फायदा होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.