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Kotak Mahindra बैंक ने महंगा किया लोन, अब इस ब्‍याज दर पर मिलेगा उधार

Kotak Mahindra Bank ने Home Loan पर ब्याज दरों में 0.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की। इस क्षेत्र में बैंक काफी आक्रामक नीति अपना रहा है। निजी क्षेत्र के बैंक के आवास ऋण पर अब ब्याज दर 6.55 प्रतिशत से शुरू होगी जो पहले 6.50 प्रतिशत थी।

By Ashish DeepEdited By: Published: Tue, 09 Nov 2021 08:00 AM (IST)Updated: Tue, 09 Nov 2021 12:38 PM (IST)
Kotak Mahindra बैंक ने महंगा किया लोन, अब इस ब्‍याज दर पर मिलेगा उधार
बैंक ने सितंबर में होम लोन की दर में कटौती की घोषणा की थी। (Pti)

नई दिल्‍ली, पीटीआइ। Kotak Mahindra Bank ने Home Loan पर ब्याज दरों में 0.05 प्रतिशत की बढ़ोतरी की घोषणा की। इस क्षेत्र में बैंक काफी आक्रामक नीति अपना रहा है। एक बयान के अनुसार, निजी क्षेत्र के बैंक के आवास ऋण पर अब ब्याज दर 6.55 प्रतिशत से शुरू होगी, जो पहले 6.50 प्रतिशत थी।

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त्योहारी सीजन के हिस्से के रूप में, कोटक महिन्द्रा बैंक ने सितंबर में होम लोन की दर में कटौती की घोषणा की थी, जिसके बाद उद्योग के दूसरे बैंकों ने भी ऐसा किया था। अभी अन्य बैंक 6.45 प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण की पेशकश कर रहे हैं। कोटक महिन्द्रा बैंक ने 8 नवंबर तक 6.50 प्रतिशत की शुरुआती दर पर होम लोन उपलब्ध कराया।

बैंक के उपभोक्ता कारोबार के अध्यक्ष अंबुज चंदना ने कहा, "हमारे 60 दिन के विशेष त्योहारी सीजन की पेशकश को घर खरीदारों ने बहुत सराहा है। हमने नये मामलों और शेष ट्रान्सफर दोनों में बहुत मजबूत मांग दर्ज की है।"

इससे पहले बाजार नियामक सेबी ने दो महीने पहले दो विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों द्वारा सातवाहन इस्पात लिमिटेड के शेयर में निवेश सीमा के उल्लंघन से संबंधित मामले में कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ कार्यवाही का निपटान कर दिया था। हालांकि सेबी ने इसी मामले में दो विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ...हेसिका ग्रोथ फंड और प्लुटुस टेरा इंडिया फंड... पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया।

सेबी ने इस संदर्भ में दो अलग-अलग आदेश जारी किये थे। मामले में कोटक महिंद्रा बैंक के खिलाफ कार्यवाही मनोनीत डिपोजिटरी पार्टिसिपेन्ट (डीडीपी) के रूप में की गयी थी। सेबी ने कहा था कि कोटक महिंद्रा बैंक लि. के खिलाफ आरोप साबित नहीं हुए। इसीलिए उस पर कोई जुर्माना नहीं लगाया जाएगा। शेयर में एफपीआई की संयुक्त हिस्सेदारी 10 प्रतिशत को पार कर गयी थी। यह 28 जुलाई, 2014 से 11 जून, 2019 के बीच एफपीआई (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों) नियमों के अनुरूप नहीं था।


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