देश के इन 5 बैंकों में महंगा हुआ लोन लेना, जानें कहीं इनमें आपका बैंक तो नहीं
देश के कुछ प्रमुख बैंकों ने अपनी एमसीएलआर में इजाफा किया है, जिससे अब इन बैंकों से लोन लेना महंगा हो जाएगा
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अगर आप अपनी किसी तत्काल जरूरत को पूरा करने के लिए लोन लेने का विचार बना रहे हैं तो यह खबर आपके काम की है। दरअसल हाल ही में कुछ बैंकों ने अपनी एमसीएलआर (मार्जिनल कॉस्टै ऑफ फंड बेस्डल लेंडिंग रेट्स) में इजाफा किया है। इसी वजह से अब लोन लेना महंगा हो चुका है। ऐसे में आपको मालूम होना चाहिए कि किन बैंकों ने अपनी एमसीएलआर में इजाफा किया है। लेकिन सबसे पहले समझिए क्या होती है एमसीएलआर।
क्या होती है एमसीएलआर?
एमसीएलआर (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्डि लेंडिंग रेट्स) वह दर होती है जिस पर किसी बैंक से मिलने वाले ब्याज की दर तय होती है। इससे कम दर पर कोई भी बैंक लोन नहीं दे सकता है, सामान्य भाषा में यह आधार दर ही होती है।
किन बैंकों में बढ़ी एमसीएलआर
IDBI बैंक: IDBI बैंक ने विभिन्न अवधि के कर्ज के लिए MCLR को 0.05 फीसद से लेकर 0.10 फीसद तक बढ़ा दिया है। बैंक की ये नई दरें 12 मई 2018 से प्रभावी हो गई हैं।
इलाहाबाद बैंक: सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक इलाहाबाद बैंक ने दो साल की एमसीएलआर दर में 5 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया है। वहीं तीन साल की अवधि के लिए एमसीएलआर में 10 बेसिस प्वाइंट का इजाफा किया गया है।
एक्सिस बैंक MCLR: देश में निजी क्षेत्र के तीसरे सबसे बड़े बैंक एक्सिस बैंक ने भी अपनी एमसीएलआर दरों में 10 से 15 बेसिस प्वॉइंट का इजाफा किया है। नई दरें 18 मई 2018 से प्रभावी हुई हैं।
बैंक ऑफ बड़ौदा: सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा की MCLR 0.1 फीसद बढ़ चुकी हैं। नई दरें अप्रैल 2018 से प्रभावी हैं। ये हैं बैंक की नई MCLR
कोटक महिंद्रा बैंक: कोटक महिंद्रा जो कि निजी क्षेत्र का एक प्रमुख बैंक माना जाता है, ने भी अपनी एमसीएलआर दरों में इजाफा किया है जो कि 1 मई 2018 से प्रभावी हो चुकी हैं..