SBI का एन्युटी फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट है काफी खास, जानें लें इसके बारे में हर बड़ी बात
जब बात फिक्स्ड डिपॉजिट के चयन की आती है तब भी एसबीआई के पास इसके कई सारे विकल्प उपलब्ध हैं
नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। सार्वजनिक क्षेत्र का प्रमुख बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) अपने पर्सनल फाइनेंस पोर्टफोलियो के अंतर्गत कई तरह की डिपॉजिट स्कीम चलाता है। एसबीआई की डिपॉजिट स्कीम्स में फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम से लेकर रेकरिंग डिपॉजिट स्कीम (आरडी), टैक्स सेविंग स्कीम से लेकर मल्टी ऑप्शन डिपॉजिट स्कीम एवं अन्य शामिल हैं।
जब बात फिक्स्ड डिपॉजिट के चयन की आती है तब भी एसबीआई के पास इसके कई सारे विकल्प उपलब्ध हैं। एसबीआई का एन्युटी डिपॉजिट अकाउंट भी फिक्स्ड डिपॉजिट का एक प्रकार है। इसमें यूजर्स को एक लंपसम अमाउंट जमा करना होता है और उसे ईएमआई के जरिए धनराशि मिलती रहती है। इसमें मूलधन के साथ साथ घटते मूलधन के पर ब्याज भी शामिल होता है।
जानें एसबीआई के एन्युटी डिपॉजिट अकाउंट के बारे में प्रमुख बातें:
- एसबीआई के एन्युटी डिपॉजिट अकाउंट के अंतर्गत जमा की जाने वाली न्यूनतम धनराशि 25,000 रुपये है। हालांकि इस स्कीम में जमा की कोई अधिकतम सीमा निर्धारित नहीं है। वहीं एसबीआई की एन्युटी डिपॉजिट स्कीम में नॉमिनेशन की सुविधा भी उपलब्ध होती है।
- एसबीआई के एन्युटी डिपॉजिट अकाउंट स्कीम में निवेश की कई अवधियां शामिल होती हैं जिनमें 36 महीने, 60 महीने, 84 महीने और 120 महीने प्रमुख हैं।
- इस पर मिलने वाली ब्याज दर वही होती है जो कि टर्म या मैच्योरिटी पीरियड वाले फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट पर लागू होती है, जिसे भी जमाकर्ता चुनता है। एसबीआई ने रिटेल फिक्स्ड डिपॉजिट दरों में संशोधन किया है जो कि 30 जुलाई 2018 से प्रभावी हैं। 1 करोड़ से नीचे की एफडी पर निम्नलिखित ब्याज दर मुहैया करवाया जाता है....
- इस तरह के सावधि जमा खाते में, जमाकर्ता की मृत्यु के मामले में समयपूर्व भुगतान की अनुमति है।
- एसबीआई के मुताबिक विशेष मामलों में जमा राशि के 75 फीसद हिस्से का लोन लेने की अनुमति है।
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