Home Loan: नहीं चुका पा रहे हैं होम लोन की EMIs? तो अपनाएं ये तरीका
कई बार ऐसा होता है कि हम होम लोन लेने के बाद उसकी ईएमआई नहीं चुका पाते हैं और हम परेशान हो जाते हैं। लेकिन अगर आप सच में ईएमआई नहीं भर पा रहे हैं तो इसके लिए आपको ज्यादा परेशान होने की जरूरत नहीं है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। होम लोन एक सिक्योरटाइज्ड लोन होता है। इसका मतलब है कि जब तक आप पूरी लोन एमाउंट चुका नहीं देते हैं, तब तक लेंडर आपकी प्रॉपर्टी का मालिक होता है। यदि आप लगातार तीन महीनों के लिए अपनी EMI से चूक जाते हैं, तो लोन देने वाली बैंक या कंपनी आपको रिमाइंडर भेजेगी। फिर भी अगर आप अपना बकाया चुकाने में असमर्थ हैं, तो सरफेसी अधिनियम 2002 के कानून द्वारा बकाया एमाउंट की वसूली के लिए कर्जदाता आपकी संपत्ति की नीलामी की प्रक्रिया शुरू कर सकता है और आपको डिफॉल्टर घोषित कर सकता है।
इसके बाद आपका क्रेडिट स्कोर गिर जाएगा, जिससे आपको भविष्य में काफी दिक्कतें होंगी। इसलिए, आपको इस समस्या को दूर करने के बजाय इसे समाप्त करने के बारे में ज्यादा सोचना चाहिए। इसीलिए, आज हम आपको यहां यहां चार ऐसे तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो आपके होम लोन ईएमआई भरने में मदद कर सकते हैं।
लोन बीमा का कैसे करें यूज
इस समय बाजार में कई तरह की लोन बीमा योजनाएं चल रही हैं, जो आपकी ईएमआई को छोटी अवधि के लिए कवर कर सकती हैं। यानी अगर आप होम लोन लेते हैं, तो इसका बीमा भी करवा सकते हैं। वहीं, नौकरी जाने पर बीमा आपको उपयोगी लगेगा, लेकिन आपको पूरा लोन चुकाने के लिए कुछ और तरीका अपना पड़ेगा।
इमरजेंसी फंड का करें इस्तेमाल
इमरजेंसी फंड आपको ईएमआई चुकाने और डिफॉल्ट होने से बचाने में मदद कर सकता है। आय की कमी आपके होम लोन के भुगतान में बाधा हो सकती है। वहीं, मान लीजिए कि आपकी नौकरी चली जाती है या आय बंद हो जाती है तो आपको इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए, यह सलाह दी जाती है कि इमरजेंसी के लिए पैसों को निवेशित रखें, ताकि जरूरत के समय काम आ सके।
इन संपत्ति का करें यूज
अगर आपके आय और बचत दोनों नहीं है और आप कर्ज चुकाने में असमर्थ हैं, तो आप कुछ नकदी जुटाने के अन्य विकल्प तलाश सकते हैं। आप सोना, कार, इलेक्ट्रिॉनिक्स, पीपीएफ का पैसा आदि चीजों का निपटारा कर कर्ज चुका सकते हैं।
लोनदाता से करें बातचीत
अगर इन तरीकों से बात न बनें तो आप अपने कर्जदाता से संपर्क करें और अपनी स्थिति से अवगत कराएं। आप उन्हें अपना ट्रैक रिकॉर्ड दिखाएं। कर्जदाता के मानने पर आप उससे और समय ले सकते हैं। आप लोन की ईएमआई को लंबे समय के लिए कराकर ईएमआई घटवा भी सकते हैं।