Loan लेते समय गारंटी नहीं मांगेंगे Bank, जानिए क्या नियम बदल रही सरकार
बैंक ग्राहकों के लिए अब Loan लेना और आसान होने वाला है। क्योंकि वित्त सचिव टीवी सोमनाथन (Finance Sec TV Somnathan) ने ऐलान किया है कि सरकार बैंक गारंटी (Bank guarantees) के विकल्प के तौर पर बीमा बांड (Insurance Bond) पेश करने पर विचार कर रही है।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। बैंक ग्राहकों के लिए अब Loan लेना और आसान होने वाला है। क्योंकि वित्त सचिव टीवी सोमनाथन (Finance Sec TV Somnathan) ने ऐलान किया है कि सरकार बैंक गारंटी (Bank guarantees) के विकल्प के तौर पर बीमा बांड (Insurance Bond) पेश करने पर विचार कर रही है। सोमनाथन ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (FM Nirmala sitharaman) और उद्योग प्रमुखों की बैठक के दौरान यह घोषणा की।
बता दें कि सीतारमण दो दिन के मुंबई दौरे पर हैं। आधिकारिक बयान के अनुसार सरकार बैंक गारंटी के विकल्प के रूप में बीमा बांड लाने पर विचार कर रही है।
क्या होती है बैंक गारंटी (What is Bank Gurranty)
बैंक गारंटी आमतौर पर ऋण देते समय मांगी जाती है और सामान्य रूप से गिरवी संपत्ति के तौर पर इसकी जरूरत होती है। एक बीमा बांड भी गारंटी की तरह है लेकिन इसके लिए किसी प्रकार की रहन की आवश्यकता नहीं होती।
उद्योग प्रमुखों के साथ बैठक में सीतारमण ने कहा कि सरकार नीतियों के मामले में निश्चितता और भरोसे को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि नियामकों की भी यह सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका है।
उन्होंने कहा कि सरकार इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर नियामकों के साथ काम कर रही है। इस मौके पर राजस्व सचिव तरुण बजाज ने कहा कि विभाग स्टार्टअप के कर संबंधित मुद्दों (Startup Tax issues) पर काम कर रहा है। उन्होंने इस बारे में उद्योगों से सुझाव मांगे।
सीतारमण ने उद्योग को बिजली की ऊंची दर समेत प्रतिस्पर्धा को प्रभावित करने वाले और जटिल नियामकीय अनुपालनों के मुद्दों के समाधान का आश्वासन भी दिया। वित्त मंत्री आज सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों के साथ बैठक करेंगी।
सीतारमण ने भारतीय उद्योग जगत को आश्वस्त करते हुए यह भी कहा कि सरकार नीतिगत निश्चितता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है, वित्तमंत्री ने उद्योग जगत से आगे आने और अधिक जोखिम लेने को कहा।
(Pti इनपुट के साथ)