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चेक से लेन-देन के दौरान भूलकर भी ये गलतियां न करें आप, होगा नुकसान

चेक पर आपकी ओर से लिखी तारीख के अगले तीन महीने यानी सिर्फ 90 दिनों तक के लिए ही वो वैलिड रहता है

By Praveen DwivediEdited By: Published: Thu, 13 Sep 2018 09:09 AM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 09:41 PM (IST)
चेक से लेन-देन के दौरान भूलकर भी ये गलतियां न करें आप, होगा नुकसान
चेक से लेन-देन के दौरान भूलकर भी ये गलतियां न करें आप, होगा नुकसान

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। डिजिटल पेमेंट के दौर में भी अधिकांश लोग चेक से पेमेंट को सुरक्षित मानते हैं। ऐसे समय में जब लोग नेट बैंकिंग और पेमेंट वॉलेट का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं आज भी चेक से लेन-देन जारी है। हालांकि चेक से लेन-देन के दौरान भी हमें थोड़ी सावधानी बरतनी होती है, ऐसा न होने की सूरत में हमें नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। चेक के साथ की गई छोटी सी लापरवाही भी आपको मुश्किलों में डाल सकती है इसलिए कोशिश करें की आप चेक से लेन-देन के दौरान थोड़ा सतर्क रहें। हम अपनी इस खबर के माध्यम से आपको बताएंगे कि आपको चेक से लेन-देन के दौरान किन सावधानियों को बरतना चाहिए।

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चेक में लिखी तारीख की न करें अनदेखी: जानकारी के लिए आपको बता दें कि चेक पर आपकी ओर से लिखी तारीख के अगले तीन महीने यानी सिर्फ 90 दिनों तक के लिए ही वो वैलिड रहता है। यानी इसी अवधि के भीतर आपको उसे डिपॉजिट कराना होता है। अगर आप इस अवधि को नजरअंदाज कर देते हैं तो तीन महीने बाद वह आपके किसी काम का नहीं रह जाता है। यानी सीधे तौर पर आपको नुकसान का सामना करना पड़ेगा। इसलिए हमेशा चेक की डेट को ध्यान में रखें।

अकाउंट पेई और बीयरर का उल्लेख करें: अगर आप किसी को चेक के माध्यम से पेमेंट कर रहे हैं या फिर आप किसी के बैंक खाते में पेमेंट के लिए चेक दे रहे हैं तो चेक पर अकाउंट पेई जरूर डालें। आप ऐसा चेक के टॉप कॉर्नर पर डबल क्रॉस लाइन के बीच A/C Payee लिखकर कर सकते हैं। ऐसे चेक का पेमेंट सीधा बैंक अकाउंट में होता है और इसे तुरंत भुनाया नहीं जा सकता है। इसका फायदा यह होता है कि चेक खोने या गायब होने की सूरत में कोई भी इसका गलत इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। इसलिए अगर आप किसी को चेक के जरिए पेमेंट कर रहे हैं तो उसे अकाउंट पेई चेक ही थमाएं।

चेक पर अमाउंट भरने के बाद ‘/-‘ साइन डालना न भूलें: आमतौर पर कुछ लोग ऐसी गलती कर देते हैं जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ता है। चेक में शब्दोंस और अंकों में अमांउट डालने के बाद उसके पीछे ‘/-‘ का साइन बनाना बेहद जरूरी होता है। वहीं शब्दों में लिखते समय आप ओनली लिख सकते हैं। इसका मतलब यह होता है कि आपने जिस राशि का चेक काटा है वो उसी राशि तक सीमित है। ऐसा न करने पर आपके चेक पर अमाउंट को आसानी से बढ़ाया जा सकता है।

चेक काटने से पहले एक बार जरूर चेक करें अपना बैंक बैलेंस: अमूमन लोग अपना बैंक बैलेंस चेक किए बिना चेक काट देते है। बैलेंस चेक करने के बाद ही आपको चेक काटना चाहिए। क्योंकि अगर आपने जिस राशि का चेक काटा है उतनी राशि अगर आपके बैंक खाते में नहीं हुई तो चेक बाउंस हो जाएगा। चेक बाउंस होने की सूरत में आप मुश्किल में भी आ सकते हैं। बैंक इस पर आपसे पेनाल्टी भी ले सकता है। चेक बाउंस होने पर पेनल्टी 500 रुपये प्लेस GST तक है।

हमेशा अपने पास रखें चेक की डिटेल: चेक की डिटेल्सत को हमेशा अपने पास रखना चाहिए। आप जब भी किसी को चेक दें तो उसकी डिटेल्से जैसे चेक नंबर, अकाउंट का नाम, अमाउंट और डेट जरूर नोट कर लें। ये जानकारियां चेक कैंसिल करने की जरूरत पड़ने पर आपके काम आ सकती हैं।


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