ATM में नहीं होगी नकदी की किल्लत, 65 हजार एटीएम कर्मियों ने कसी कमर
अभी देशभर में लगभग 2.2 लाख एटीएम मशीन हैं। लॉकडाउन लोग नकदी के लिए पूरी तरह से एटीएम पर ही निर्भर हैं।
नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। कोरोना महामारी के बीच देश के 130 करोड़ लोगों तक नकदी पहुंचाने के लिए 65,000 एटीएम कर्मियों ने पूरी तरह से कमर कस ली है। आवश्यक वस्तुओं की खरीदारी में नकदी की कमी नहीं होने देने के लिए ये एटीएम कर्मी बिना किसी अवकाश के युद्धस्तर पर काम कर रहे हैं। देश में कुल 12 हजार कैश वैन और 65 हजार एटीएम कर्मी हैं। इनके जिम्मे एटीएम में कैश डालने-निकालने से लेकर मशीन में किसी प्रकार की खराबी आने पर उसे ठीक करने जैसे काम शामिल हैं।
अभी देशभर में लगभग 2.2 लाख एटीएम मशीन हैं। लॉकडाउन लोग नकदी के लिए पूरी तरह से एटीएम पर ही निर्भर हैं, क्योंकि दूध, सब्जी, फल, ब्रेड-मक्खन जैसी रोजमर्रा वस्तुओं की खरीदारी के लिए अधिकतर लोगों को नकद भुगतान करना पड़ता है। इसलिए एटीएम कर्मी इन दिनों नकदी के प्रवाह को सुगम रखने के लिए युद्ध स्तर पर काम कर रहे हैं।
उद्योग जगत के संगठन फिक्की के प्राइवेट सेक्योरिटी कमेटी के चेयरमैन ऋतुराज सिन्हा ने बताया कि सरकार ने जो 1.7 लाख करोड़ रुपये के वित्तीय पैकेज का एलान किया है उनमें कई मदद सीधे तौर पर नकदी ट्रांसफर से जुड़ी है। एटीएम कर्मियों के सफल संचालन से ही सरकार के पैकेज का लाभ लोगों को मिल पाएगा। आंकड़ों के मुताबिक एक दिन में देशभर के एटीएम मशीनों से करीब 25,000 करोड़ रुपये की लोडिंग और निकासी होती है।