ब्रिस्टल विश्वविद्यालय के एक अध्ययन (New research of Bristol University) के अनुसार कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए लगाए गए प्रतिबंध हटाने के बाद ब्रिटिश बच्चों की शारीरिक गतिविधि का स्तर सबसे कम हो गया था। इंटरनेशनल जर्नल आफ बिहेवियरल न्यूट्रिशन एंड फिजिकल एक्टिविटी में प्रकाशित इस अध्ययन के अनुसार साल 2021 के अंत तक एक तिहाई से थोड़ी अधिक संख्या (36%) बच्चों ने राष्ट्रीय अनुशंसित शारीरिक गतिविधि के दिशा-निर्देशों को पूरा किया था, लेकिन दूसरी ओर उनके अभिभावकों की शारीरिक गतिविधि के स्तर में कोई बदलाव दर्ज नहीं किया गया है।
Physical activity of children
बच्चों की शारीरिक गतिविधियों में आई गिरावट- नेशनल इंस्टीट्यूट फार हेल्थ एंड केयर रिसर्च की ओर से आयोजित अध्ययन से पता चला है कि 10 से 11 साल के बच्चों ने औसतन केवल 56 मिनट के लिए शारीरिक गतिविधियों में भाग लिया। यह राष्ट्रीय अनुशंसित दिशा-निर्देशों से लगभग आठ मिनट कम है और इसमें 13 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। शारीरिक गतिविधि और सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रोफेसर और वरिष्ठ लेखक रस जागो ने कहा कि प्रतिबंधों को हटाने के बाद भी बच्चों की शारीरिक गतिविधि (physical activity of children) की संख्या में गिरावट आश्चर्यजनक है। इससे साफ पता चल रहा है कि बच्चे अभी महामारी से पहले के समय में वापस नहीं लौटे हैं।
वीकेंड पर कम सक्रिय रहते हैं बच्चे-
इस अध्ययन से निकले निष्कर्षों के अनुसार बच्चों, परिवारों, स्कूलों और समुदायों के साथ अधिक काम करने की आवश्यकता है। बच्चों को शारीरिक गतिविधियों में भाग लेने के लिए बढ़ावा देने के लिए नए अवसरों को पैदा करने की जरूरत है। साथ ही यह भी पता चला है कि बच्चे पूरे हफ्ते के मुकाबले वीकेंड (children less active on Weekend) पर कम सक्रिय रहने लगे हैं। वीकेंड पर बच्चे औसतन 46 मिनट के लिए शारीरिक गतिविधियों में भाग ले रहे हैं। यह उन बच्चों के मुकाबले 8 मिनट कम है, जो महामारी से पहले सही समय के लिए शारीरिक गतिविधियों में भाग ले रहे थे।
pandemic effect on Children
हर दिन शारीरिक गतिविधि में लें भाग-
नेशनल इंस्टीट्यूट आफ हेल्थ रिसर्च (National Institute of Health Research) ने इस अध्ययन के लिए ब्रिस्टल क्षेत्र के 23 स्कूलों से 393 बच्चों और उनके माता-पिता की शारीरिक गतिविधियों को मापा व कुछ प्रश्न-उत्तर किए । इन बच्चों और उनके माता-पिता से मिली जानकारी की तुलना महामारी से पहले ब्रिस्टल क्षेत्र के 50 स्कूलों के 1,296 बच्चों और उनके माता-पिता की जानकारी से की गई। बच्चों के अच्छे स्वास्थ्य और खुशी के लिए शारीरिक गतिविधि महत्वपूर्ण है। यूके के सीएमओ सभी बच्चों और युवाओं को हर दिन कम से कम एक घंटे के लिए शारीरिक गतिविधि में भाग लेने की सलाह देते हैं।
कोविड से जीवनशैली में आया बड़ा बदलाव-
अध्ययन से पहले यूनिवर्सिटी के स्कूल फार पालिसी स्टडीज के एक सांख्यिकीविद लेखक डा रूथ साल्वे (Dr Ruth Salway) ने कहा कि इस अध्ययन की सबसे बड़ी ताकत यह है कि हमने एक ही क्षेत्र के स्कूलों में महामारी से पहले और महामारी के बाद दोनों समय का डेटा इकट्ठा करके उनकी तुलना की है। इससे साफ पता चलता है कि कोविड के प्रतिबंध हटने (lifted Covid restrictions) के बाद भी बच्चों की शारीरिक गतिविधियों में भारी कमी दर्ज की गई है। इस अध्ययन से पता चलता है कि समय के साथ कैसे लोगों की जीवनशेली में बदलाव आता है, जिसके चलते अब सही दिनचर्या अपनाने की जरूरत है।
Nothing’s more valuable than conveying the importance of a physical activity.
— Bafétimbi Gomis (@BafGomis) May 10, 2022
Bad eating or physical habits are not to blame.
Provided you become aware of it and rectify the situation.
Count on me for that.
Honored to have been able to take on this role with you.
💪🏿❤️ pic.twitter.com/LcSCLlpHJH