कोरोना महामारी को खत्म करने के लिए देश में तेजी से वैक्सीन उत्पादन और टीकाकरण पर काम चल रहा है। इंजेक्शन की जगह नेजल फॉर्म में कोरोना वैक्सीन विकसित करने पर तेजी से काम चल रहा है। देश में बच्चों की दो वैक्सीन ट्रायल फेज में हैं और 3 अन्य वैक्सीन भी ट्रायल के अलग-अलग फेज में चल रही हैं। निजी अस्पताल वैक्सीन की तय कीमत पर सर्विस चार्ज के नाम पर 150 रुपये से ज्यादा नहीं ले सकेंगे। देश के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी तरह के कई बड़े ऐलान किए हैं।
टीकाकरण की जिम्मेदारी केंद्र सरकार ने ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि राज्यों के पास वैक्सीनेशन से जुड़ा जो 25% काम था उसकी जिम्मेदारी भी भारत सरकार उठाएगी। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार वैक्सीन निर्माताओं से कुल वैक्सीन उत्पादन का 75% हिस्सा भारत सरकार खुद खरीदकर राज्य सरकारों को मुफ्त देगी। देश की किसी भी राज्य सरकार को वैक्सीन पर कुछ भी खर्च नहीं करना होगा।
150 से ज्यादा सर्विस चार्ज नहीं लेंगे निजी अस्पताल
देश में बन रही वैक्सीन में से 25% निजी क्षेत्र के अस्पताल सीधे ले पाएं ये व्यवस्था जारी रहेगी। निजी अस्पताल वैक्सीन की निर्धारित कीमत के उपरांत एक डोज़ पर अधिकतम 150 रुपये ही सर्विस चार्ज ले सकेंगे। इसकी निगरानी करने का काम राज्य सरकारों के पास ही रहेगा। 21 जून सोमवार से देश के हर राज्य में 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी नागरिकों के लिए भारत सरकार राज्यों को मुफ्त वैक्सीन मुहैया कराएगी।
नेजल वैक्सीन और बच्चों की वैक्सीन ट्रायल फेज में
देश में नेजल वैक्सीन पर अनुसंधान जारी है। इसे सिरिंज से ना लेकर नाक में स्प्रे किया जाएगा। अगर यह ट्रायल सफल हो गया तो इससे भारत के वैक्सीन अभियान में और भी तेजी आएगी। देश में 7 विभिन्न कंपनियां वैक्सीन का उत्पादन कर रही हैं। अन्य 3 वैक्सीन का ट्रायल भी चल रहा है। बच्चों के लिए भी दो वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है।
PM Modi announces centralized vaccine drive, all vaccines will be procured by Govt of India and given to States for free. pic.twitter.com/wBuKFLfm5q
— ANI (@ANI) June 7, 2021
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