कोरोना महामारी से बच्चों को बचाने के लिए तेजी से तैयारियां चल रही हैं। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते अस्पतालों में दवा, ऑक्सीजन समेत अन्य सुविधाओं को व्यवस्थित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश, बिहार के अस्पतालों में बच्चों के लिए खास तरह की तैयारी के साथ खास सुविधाओं से लैस 'पीकू वॉर्ड' बनाए जा रहे हैं।
तीसरी लहर की आशंका पर तैयारियां
देश में कोरोना महामारी को खत्म करने और लोगों को बचाने के लिए वैक्सीनेशन के साथ बचाव के तरीके बताए जा रहे हैं। अप्रैल और मई में आई कोरोना की दूसरी लहर ने बड़ी संख्या में लोगों की जिंदगी छीन ली। काफी जद्दोजहद के बाद दूसरी लहर पर काबू पाया गया है। इस बीच विशेषज्ञों ने तीसरी लहर की आशंका जताई है। ऐसा माना जा रहा है कि तीसरी लहर बच्चों के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है।
Image courtesy- ANI
अस्पताल में बनाया गया 'पीकू वॉर्ड'
तीसरी लहर का असर बच्चों पर अधिक होने की आशंका पर उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के सिविल अस्पताल में खास तैयारियां की जा रही हैं। एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार यहां एहतियातन बच्चों के लिए पीडियाट्रिक वॉर्ड को स्पेशल तरीके से तैयार किया जा रहा है। ताकि यहां आने वाले बच्चे हंसते-खेलते कोरोना को मात दे सकें। इन वॉर्ड को 'पीकू वॉर्ड' नाम दिया गया है।
दीवारों पर जानवरों और पक्षियों की पेंटिंग्स
अलीगढ़ के पंडित दीनदयाल उपाध्याय संयुक्त चिकित्सालय के सीएमएस ने एएनआई को बताया कि अस्पताल में पीकू वार्ड तैयार किया जा रहा है। यह बच्चों का वार्ड होगा। उनका मन लगे इसलिए यहां दीवारों में पेंटिग कराई हैं। दीवारों पर मंकी समेत बच्चों के पसंदीदा जानवरों और पक्षियों के चित्र उकेरे गए हैं। इससे बच्चों को रिकवर होने में मानसिक रूप से मदद मिलेगी।
piku ward for kids in aligarh UP. ANI
यूपी और बिहार के कई जिलों में बने 'पीकू वॉर्ड'
अलीगढ़ के अलावा गोरखपुर, प्रयागराज, बाराबंकी, सिद्धार्थनगर समेत लगभग सभी जिलों के अस्पतालों में पीकू वॉर्ड तैयार किए गए हैं। इन वॉर्ड को पेंटिंग्स के जरिए सजाकर बच्चों को घर जैसा माहौल देने की कोशिश की जा रही है। वहीं, बिहार के भागलपुर, मुजफ्फरपुर समेत कई जिलों में बच्चों के लिए पीकू वॉर्ड बनाए गए हैं।
बच्चों के लिए दो वैक्सीन ट्रायल फेज में
गौरतलब है कि अमेरिका समेत कई देशों में कोरोना के लक्षणों से मिलेजुले लक्षणों वाली बीमारियों से बच्चे ग्रसित पाए जा चुके हैं। अमेरिका में 12 साल से अधिक उम्र के बच्चों के लिए कोविड वैक्सीन भी इस्तेमाल की जा रही है। तीसरी लहर के मद्देनजर बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए भारत में भी बच्चों के लिए दो कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है।...Next
ये भी पढ़ें -
स्टडी: देश के 50 फीसदी लोग अब भी नहीं पहन रहे मास्क
आंख-नाक के पास इंफेक्शन हो सकता है ब्लैक फंगस, जान लें लक्षण
25 दिन के शिशु और 99 साल की दादी ने कोरोना को हराया
100 से ज्यादा वैक्सीन ट्रायल फेज में, वैश्विक स्तर पर ऐसा है हाल