गंडक नदी में पायलट चैनल से आने वाली तबाही को ले विरोध की तैयारी
बेतिया। यूपी गंडक परियोजना की ओर से दियारे में मृतप्राय छाड़न नदी में पायलट चैनल का निर्माण्
बेतिया। यूपी गंडक परियोजना की ओर से दियारे में मृतप्राय छाड़न नदी में पायलट चैनल का निर्माण किया जा रहा है। यूपी में गंडक नदी के तट पर बसे गांवों को कटाव एवं बाढ़ से बचाने के लिए पायलट चैनल का निर्माण हो रहा है, ताकि नदी की धारा यूपी सीमा से सटकर बहने के बजाय बिहार की ओर आकर बहे। जिस तबाही से यूपी के सीमावर्ती गांवों के लोग जूझ रहे हैं, वहीं तबाही अब पश्चिम चंपारण जिले के लोगों को झेलना पड़ेगा। इसको लेकर गांव के लोग गोलबंद होने लगे हैं।
योगापट्टी प्रखण्ड के मदारपुर ,डीही, चौमुखा, जरलपुर, खुटवनिया, बैसिया, सिसवा, मंगलपुर सिसवा , खाप टोला, मदारपुर, हरपुर, मुजैना , बीनटोली एवं जोलहा टोली गांव के लोगों ने यूपी के सिचाई विभाग की ओर से कराए जा रहे निर्माण का विरोध करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने डीएम समेत विधायक एवं सांसद को इस आशय का एक ज्ञापन दिया है, जिसमें लिखा है कि यूपी की सिचाई विभाग के अधिकारी अब पश्चिम चंपारण जिले के योगापट्टी, नौतन एवं बैरिया के दियारे में तबाही लाने की तैयारी में हैं। अगर पयालट चैनल का निर्माण हो गया तो बाढ़ एवं कटाव का खतरा बढ़ जाएगा। ऐसे में अविलंब पायलट चैनल के निर्माण कार्य पर रोक लगाया जाए। सोमवार को ग्रामीणों की एक बैठक हुई, जिसमें डोमा यादव, प्रसाद मुखिया, जयलाल यादव, बलधर यादव, जयराम मुखिया, मुख्तार यादव, ठग मुखिया, सुकट मुखिया ,कोदई मुखिया, लालू यादव, सुरेश पासवान, सुरेश गद्दी, सोमारी मुखिया, जगदेव यादव, विशारद महतो, संतोष माझी सहित दर्जनो लोग उपस्थित रहे। 2011 में मिली थी तबाही से मुक्ति
ग्रामीणों का कहना है कि 2006 से लेकर 2011 तक गंडक नदी के कटाव को झेला है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों के प्रयास से 2011 में कटाव एवं बाढ़ से मुक्ति मिली थी। गंडक नदी का धारा परिवर्तित हुआ था। एकबार फिर मृतप्राय छड़न नदी जो पहले रोहुआ नदी में मिलकर योगापट्टी प्रखण्ड के दियरावर्ती क्षेत्र के गांवो में तबाही मचायी थी, उसे फिर से जिन्दा करने के लिए यूपी सरकार की गंडक प्रोजेक्ट योजना गंडक विभाग द्वारा चैनल खुदाई का कार्य किया जा रहा है। फिलवक्त गंडक की धार उतर प्रदेश के कई प्रखण्ड में तबाही मचा रही है, उससे निजात पाने के लिए यूपी सरकार ने गंडक विभाग को पूर्व की भांति नदी का धारा करने का निर्देश दिया है। रोहुआ नदी बिहार के योगापटटी, नौतन, बैरिया सहित आधा दर्जन प्रखण्ड को पार करती हुई जाती थी, उसके लिए चैनल खुदाई कराई जा रही है।