सेमरवारी गाइड बांध को सुरक्षित नहीं किया गया तो बढ़ सकता है पीपी तटबंध पर खतरा
बगहा। धनहा-रातवल पुल के समीप सेमरबारी के पास गाइड बांध पर गंडक नदी का खतरा मंडरा रहा
बगहा। धनहा-रातवल पुल के समीप सेमरबारी के पास गाइड बांध पर गंडक नदी का खतरा मंडरा रहा है। नदी कटाव कर रही है। अगर समय रहते उक्त बिदु पर कटाव रोधी कार्य नहीं कराया गया तो आगामी बाढ़ में पीपी तटबंध पर खतरा हो सकता है। सीओ ने उच्चाधिकारियों को त्राहिमाम संदेश भेजा है।
भितहा सीओ शिवेंद्र कुमार ने निरीक्षण के बाद चिता जाहिर करते हुए जिला आपदा प्रबंधन समेत जिला पदाधिकारी को त्राहिमाम संदेश भेजा है। सीओ ने अपने निरीक्षण प्रतिवेदन में स्पष्ट कहा है कि धनहा- रतवल पुल के समीप सेमरबारी के पास एक वर्ष के भीतर गंडक नदी की धारा कटान करके गाइड बांध के करीब पहुंच चुकी है। जहां नदी की धारा और गाइड बांध के बीच अलग -अलग बिदु पर सात से आठ मीटर मात्र का फासला मात्र रह गया है। जबकि स्थानीय लोगों के मुताबिक पिछले वर्ष गाइड बांध से गंडक नदी धारा 25 से 30 मीटर से अधिक दूर पर थी। ऐसे में अगर कटाव जारी रहा तो आगामी बाढ़ में पीपी तटबंध और धनहा-रतवल पुल के अस्तित्व पर संकट बढ़ सकता है। सीओ ने बताया कि गंडक नदी की धनहा-रतवल पुल की गाइड बांध और पीपी तटबंध के संवेदनशील बिदुओं पर हालिया स्थिति का निरीक्षण किया गया। स्थिति काफी संवेदनशील है। प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन बेतिया और जिला अधिकारी को निरीक्षण प्रतिवेदन भेजकर वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया है। निरीक्षण प्रतिवेदन में नदी,गाइड बांध और पीपी तटबंध पर नदी की संवेदनशील स्थिति को उल्लेख किया गया है।
इधर प्रत्येक वर्ष नदी के तांडव को देख आस पास के ग्रामीणों में भय का आलम है। कुछ वर्ष पहले ही भितहा के चंद्रपुर के समीप गंडक नदी के दबाव के कारण पीपी तटबंध टूटा था। जिससे दर्जनों गांव प्रभावित हुआ था। ग्रामीणों ने स्थानीय सांसद और विधायक से उक्त मामले में ठोस कदम उठाने की मांग किया है। ताकि पीपी तटबंध सुरक्षित रहे।